
राजस्थान के चित्तौड़गढ़ में स्थित आस्था के बड़े केंद्र श्री सांवलियाजी मंदिर में चढ़ावे का एक ऐतिहासिक रिकॉर्ड बना है। पिछले दो महीनों में, मंदिर के दानपात्र (भंडार) और भेंट कक्ष से कुल मिलाकर ₹51 करोड़ 27 लाख से अधिक की रिकॉर्ड तोड़ राशि प्राप्त हुई है। इस चढ़ावे में भारी मात्रा में बहुमूल्य धातुएँ भी शामिल हैं, जिनमें 1 किलो से ज्यादा सोना और लगभग 207 किलो चांदी मिली है। अगर पूरे साल (मार्च से अब तक) की गणना की जाए, तो यह दान राशि और सोना-चांदी इससे भी बहुत ज़्यादा है।
ठाकुरजी के भंडार में ₹40.74 करोड़ का चढ़ावा
अतिरिक्त जिला कलेक्टर और मुख्य कार्यपालक अधिकारी प्रभा गौतम ने बताया कि कृष्णपक्ष की चतुर्दशी को हुए दो दिवसीय मासिक मेले के बाद ठाकुरजी के भंडार की गणना की गई। इस बार दो महीने बाद गिनती हुई, जो छह चरणों में और कड़ी सुरक्षा के बीच गुरुवार को पूरी हुई। भंडार से कुल ₹40 करोड़ 74 लाख 40 हज़ार 543 रुपये की राशि मिली। इसके अलावा, 985 ग्राम सोना और 86 किलो 200 ग्राम चांदी भी प्राप्त हुई।
मंदिर को रिकॉर्ड-ब्रेकिंग ₹51 करोड़ का दान
मंदिर मंडल के भेंट कक्ष कार्यालय को नकद (कैश), मनी ऑर्डर, सोना और चांदी के रूप में रिकॉर्ड तोड़ दान प्राप्त हुआ है। नकद और मनी ऑर्डर से कुल ₹10 करोड़ 52 लाख 89 हज़ार 569 रुपये मिले। इसके अलावा, 219 ग्राम से ज़्यादा सोना और 121 किलो से ज़्यादा चांदी भी प्राप्त हुई।
इस प्रकार दान की कुल राशि ₹51 करोड़ 27 लाख 30 हज़ार 112 रुपये दर्ज की गई है, जो मंदिर के इतिहास में अब तक का सबसे बड़ा रिकॉर्ड है। यह पूरी गणना मंदिर मंडल बोर्ड के अध्यक्ष हजारी दास वैष्णव और अन्य सदस्यों, लेखाकारों तथा बैंक कर्मचारियों की उपस्थिति में कड़ी सुरक्षा के बीच पूरी की गई।
मंदिर में रिकॉर्ड तोड़ चढ़ावा
इस साल मार्च महीने से अब तक मंदिर में चढ़ावे के नए रिकॉर्ड बने हैं। हाल ही में की गई गणना के बाद, मार्च से लेकर अब तक मंदिर प्रबंधन को 165 करोड़ रुपये से भी ज़्यादा की नकद राशि दान में मिली है। इसके अलावा, दान में 1012 किलोग्राम से अधिक चाँदी और लगभग सात किलोग्राम सोना भी शामिल है। केवल मार्च से सितंबर तक ही 805 किलो से अधिक चाँदी और 5.93 किलो सोना प्राप्त हुआ था, और इस महीने सोने-चांदी की गणना अलग से की गई है।









