
मैक्सिको सिटी में अलीना क्विंटाना कई बार IVF में असफल होने के बाद अपनी आखिरी उम्मीद लेकर एक सेंटर पहुँचीं। उन्हें पता चला कि उनका इलाज एक रोबोट करेगा। न्यूयॉर्क की कंपनी Conceivable Life Sciences ने ‘ऑरा’ (Aura) नाम का यह रोबोट बनाया है, जो IVF (गर्भधारण) करना सीख रहा है। यह भले ही अजीब लगे, लेकिन यह रोबोट पिछले तीन सालों में लगभग 20 बच्चे सफलतापूर्वक पैदा कर चुका है।
रोबोट के जरिए होंगे बच्चे
बच्चे को जन्म देने की प्रक्रिया में सबसे पहले महिला को IVF हार्मोन की दवाइयाँ दी जाती हैं, ताकि उसके अंडाणु (Eggs) पर्याप्त संख्या में और अच्छी तरह से तैयार हो सकें। इसके बाद, मैन्युअल तरीके से अच्छे शुक्राणु (Sperm) को पहचान कर अलग किया जाता है और उसे सीधे अंडाणु में इंजेक्ट कर दिया जाता है, जिसे ICSI कहते हैं। सफल फर्टिलाइजेशन (निषेचन) होने के बाद, बने हुए भ्रूण (Embryo) को एक खास इनक्यूबेटर में सुरक्षित रखा जाता है।
बच्चा पैदा होने की प्रक्रिया
बने हुए भ्रूण को महिला के गर्भाशय (Uterus) में डाला जाता है, जिससे महिला गर्भवती (Pregnant) हो जाती है। इस पूरे IVF प्रोसेस में कई बारीक और महत्वपूर्ण काम होते हैं, जैसे सबसे अच्छे शुक्राणु चुनना, उन्हें सही तापमान पर रखना, और अंडाणु में इंजेक्ट करना। ये सभी काम माइक्रोस्कोप की मदद से बहुत ध्यान और सटीकता के साथ किए जाते हैं।