
पंजाब में बाढ़ के कारण 12 दिनों तक सभी स्कूल और कॉलेज बंद थे. लेकिन अब राज्य शिक्षा मंत्री हरजोत सिंह बैंस ने स्कूल खोलने का आदेश दिया है. बच्चों की सुरक्षा के लिए सभी शिक्षण संस्थानों को निर्देश दिए गए हैं कि वह अपने भवनों, कक्षाओं और बाकी सुविधाओं की पूरी जांच करें. बाढ़ के वजह से 27 अगस्त से 7 सितंबर तक स्कूल बंद किए गए थे, जिन्हें अब फिर से खोला जा रहा है.
जिले के डिप्टी कमिश्नर (DC) लेंगे सभी फैसले
पंजाब में बाढ़ आने से कई इलाके प्रभावित हुए है, उन जगहों में स्कूल और कॉलेज कब तक बंद रहेंगे, उसका फैसला जिले के डिप्टी कमिश्नर (DC) लेंगे. सबसे पहले जिला जिला प्रशासन स्थानीय स्थिति को देखेंगे और तय करेंगे कि कहीं बच्चों और शिक्षकों को कोई खतरा तो नहीं है.
अगर किसी स्कूल की इमारत या उसके आसपास के इलाके में कोई खतरा दिखता है, तो डिप्टी कमिश्नर स्कूल को बंद करने का आदेश दे सकते हैं. लोगों की सुरक्षा को सबसे ऊपर रखना जिला प्रशासन की जिम्मेदारी होती है. वह तभी स्कूलों को खोलने की परमिशन देंगे जब हालात पूरी तरह से सुरक्षित होंगे.
9 सितंबर से खोले जायेंगे स्कूल
राज्य में प्राइवेट स्कूलों को दोबारा से खोलने से पहले सरकार ने कुछ निर्देश दिए है कि सबसे पहले स्कूल की इमारत और क्लासरूम की सुरक्षा को देखा जाएं. सरकारी स्कूलों में 8 सितंबर को छुट्टी रहेगी, ताकि टीचर स्कूल की सफाई और बाकी की तैयारिया कर सकें. टीचर इस पूरे स्कूल का निरीक्षण करेंगे और अगर कोई भी कमी या सुरक्षा से जुड़ी समस्या मिलती है, तो वे तुरंत जिले के डिप्टी कमिश्नर और इंजीनियरिंग विभाग को जानकारी देंगे. फिर उसके बाद 9 सितंबर से सभी सरकारी स्कूल खुले जायेंगे.