Tags

सम्पत्ति में हक पाने के लिए पूरी करनी होंगी ये शर्तें, नया कानून 2025

देश में सरकार द्वारा संपत्ति उत्तराधिकार कानूनी नियमों में बड़ा परिवर्तन किया गया है। इन नियमों को जारी करने का मुख्य उद्देश्य पारिवारिक विवादों को कम करने और संपत्ति मामलों में सभी को बराबर न्याय दिलाना है।

By Pinki Negi

अगर आप संपत्ति में हक पाने की सोच रहें हैं तो यह खबर आपके लिए बहुत जरुरी होने वाली है। सरकार ने सम्पति के उत्तराधिकार से जुड़े कानूनों में बड़ा बदलाव किया है। सम्पति में पारदर्शिता और लैंगिंक समानता रखने के लिए नया कानून बनाया गया है। अगर कोई बेटा अथवा बेटी अपना हक चाहती हैं तो उन्हें कुछ नई और महत्वपूर्ण शर्तों का पालन करना होगा। आइए जानते हैं नए नियम से क़ानूनी प्रक्रिया में क्या बदलाव आता है।

सम्पत्ति में हक पाने के लिए पूरी करनी होंगी ये शर्तें, नया कानून 2025

संपत्ति में हक की 4 प्रमुख शर्ते

1. महिला अधिकारों को सर्वोच्च प्राथमिकता

नए कानून नियमों के तहत बेटियों को अब समान अधिकार मिलेगा, पैतृक और अर्जित दोनों सम्पतियों कर उनका पूरा हक है। जितनी भी विवाहित बेटियां है उनका अपने माता-पिता की संपत्ति में हिस्सा मिलेगा, यह अनिवार्य कर दिया गया है।

2. डिजिटल पंजीकरण अनिवार्य

संपत्ति पंजीकरण की प्रक्रिया को आसान और तेज बनाने के लिए डिजिटल प्रक्रिया का इस्तेमाल किया जा रहा है। यह सभी का अब ऑनलाइन रूप से किए जाएंगे। अब से सुरक्षा के लिए आधार आधारित सत्यापन किए जाएंगे। इस प्रक्रिया के तहत फर्जी मामलों को रोका जाएगा और प्रक्रिया पारदर्शी होगी।

यह भी देखें- पिता की संपत्ति पर नहीं होगा बेटी का हक़, ऐसे में दावा हो सकता है ख़ारिज

3. बंटवारे के लिए सहमति की शर्ते बदली

अगर अब संपत्ति बंटवारा होता है तो इसके लिए सभी हिस्सेदारों की परमिशन नहीं चाहिए। एक अकेला व्यक्ति दावा कर सकता है। अगर बाकी हिस्सेदार एग्री नहीं करते हैं तो भी आप अपने हिस्से की मांग कर सकते हैं, इसके लिए उत्तराधिकारी को जिला कलेक्टर अथवा तहसीलदार के पास जाना है और अपने हिस्से की मांग करनी है।

4. वारिसों के लिए नियम निर्धारित

घर में बेटा अथवा बेटी का जन्म होते ही उन्हें पैतृक संपत्ति का अधिकार मिल जाता है। इसके लिए आपको अलग से अधिकार हेतु मांग नहीं करनी होती है, जन्म होते ही आप संपत्ति के हकदार हो जाते हैं। अगर घर के मालिक की मृत्यु हो जाती है और उसकी कोई वसीयत नहीं है। फिर कानून के आधार पर सभी वारिसों को सम्पति का बराबर हिस्सा मिलता है।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

हमारे Whatsaap ग्रुप से जुड़ें