
राजस्थान की मेधावी छात्राओं को प्रोत्साहित करने वाली ‘पद्माक्षी पुरस्कार’ योजना के लिए अब आवेदन की समय-सीमा बढ़ा दी गई है। कक्षा 8वीं, 10वीं और 12वीं में जिला स्तर पर टॉप करने वाली छात्राएं अब 8 जनवरी तक ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करा सकती हैं, जबकि पहले इसकी आखिरी तारीख 31 दिसंबर थी। शिक्षा विभाग ने छात्राओं को सलाह दी है कि वे शाला दर्पण पोर्टल के माध्यम से अपना आवेदन जल्द से जल्द पूरा करें। इस योजना का उद्देश्य प्रतिभाशाली बालिकाओं को उनके उत्कृष्ट शैक्षणिक प्रदर्शन के लिए पुरस्कृत और सम्मानित करना है।
पद्माक्षी पुरस्कार के लिए नई समय-सीमा जारी
बालिका शिक्षा फाउंडेशन की सचिव डॉ. अरुणा शर्मा ने ‘पद्माक्षी पुरस्कार’ के लिए सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को सख्त निर्देश जारी किए हैं कि पात्र छात्राओं के आवेदन समय पर पूरे कराए जाएं। छात्राओं के लिए आवेदन की अंतिम तिथि 8 जनवरी तय की गई है, जिसके बाद जिला शिक्षा अधिकारियों को 10 जनवरी तक इन सभी आवेदनों की जांच और सत्यापन का काम अनिवार्य रूप से पूरा करना होगा। शिक्षा विभाग का लक्ष्य है कि प्रक्रिया को समय पर पूरा कर मेधावी बेटियों को जल्द से जल्द सम्मानित किया जा सके, ताकि उनकी शैक्षणिक उपलब्धियों को नई पहचान मिले।
पद्माक्षी पुरस्कार के लिए पात्रता और चयन के नियम
पद्माक्षी पुरस्कार योजना का लाभ राजस्थान के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाली मूल निवासी छात्राओं को दिया जाएगा। यह पुरस्कार कुल 8 श्रेणियों (सामान्य, SC, ST, OBC, अल्पसंख्यक, MBC, BPL और दिव्यांग) में जिला स्तर पर टॉप करने वाली छात्राओं को मिलेगा। योजना की शर्त के अनुसार, बोर्ड परीक्षा में कम से कम 60 प्रतिशत अंक लाना अनिवार्य है, जबकि स्वामी विवेकानंद मॉडल स्कूल की छात्राओं के लिए 9 CGPA से अधिक अंक प्राप्त करना आवश्यक है। शिक्षा विभाग ने स्पष्ट किया है कि केवल पात्र छात्राएं ही इस प्रोत्साहन राशि और सम्मान की हकदार होंगी।
पुरस्कार राशि का गणित
- कक्षा पुरस्कार राशि
- 08वीं 25,000
- 10वीं 50,000
- 12वीं 75,000 (प्रत्येक संकाय में पृथक)









