
कुछ दिनों पहले जगदीप धनखड़ ने अचानक उपराष्ट्रपति पद से इस्तीफा दे दिया था. इस इस्तीफे के बाद उपराष्ट्रपति पद के चुनाव के लिए, चुनाव आयोग ने शुक्रवार को राज्यसभा के महासचिव पी सी मोदी को निर्वाचन अधिकारी नियुक्त किया है. आयोग ने कहा कि कानूनी और न्याय मंत्रालय से बातचीत करने करने और राज्यसभा के उपसभापति की सहमति के बाद यह बड़ा फैसला लिया गया है. इस चुनाव के लिए चुनाव आयोग ने गरिमा जैन (संयुक्त सचिव, राज्यसभा सचिवालय) और विजय कुमार (निदेशक, राज्यसभा सचिवालय) को भी सहायक निर्वाचन अधिकारी बनाया है
रमेश बैस को उपराष्ट्रपति बनाने की मांग
उपराष्ट्रपति पद के लिए कई नेताओं के नाम सामने आ रहे है. इसी दौरान छत्तीसगढ़ के पीसीसी चीफ दीपक बैज ने महाराष्ट्र के पूर्व राज्यपाल और सात बार के सांसद रमेश बैस को उपराष्ट्रपति बनाने की मांग की है. दीपक बैज ने इस बारे में प्रधानमंत्री को एक पत्र भी लिखा है. जिसमे उन्होंने लिखा है कि 15 सालों से लोकसभा चुनावों में छत्तीसगढ़ की जनता का भरपूर समर्थन मिलने के बावजूद भी राज्य को उतना प्रतिनिधित्व नहीं मिला है, जितना मिलना चाहिए था. इसलिए उनकी राय है कि उपराष्ट्रपति पद के लिए रमेश बैस सबसे बेहतरीन उम्मीदवार है.
रमेश बैस कौन है ?
रमेश बैस, जिन्हें संसदीय राजनीति, सामाजिक काम और संगठन में 50 साल से भी ज्यादा का अनुभव है. इनका जन्म 2 अगस्त 1947 को रायपुर, छत्तीसगढ़ में हुआ था. उन्होंने पार्षद से लेकर केंद्रीय राज्य मंत्री और राज्यपाल तक कई बड़ी जिम्मेदारियां संभाली हैं. रमेश बैस ने अपनी राजनीतिक जीवन की शुरुआत 1978 में रायपुर नगर निगम के पार्षद से की थी. वह पहली बार 1989 में रायपुर लोकसभा सीट से चुनाव जीतकर संसद पहुंचे और इसके बाद सात बार सांसद चुनाव जीते.
उन्हें 1998 में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार में इस्पात और खान मंत्रालय में राज्य मंत्री बनाया गया. 1999 से 2004 के समय उन्होंने रसायन एवं उर्वरक मंत्रालय और फिर सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में काम किया. उसके बाद 2003 से उन्हें खनन मंत्रालय और पर्यावरण एवं वन मंत्रालय का पद मिला. उसके बाद उन्हें कई बड़े पद हासिल करने के बाद फिर 18 फरवरी 2023 को उन्हे महाराष्ट्र के 20वें राज्यपाल की जिम्मेदारी दे दी गई.