
नेशनल कमीशन फॉर एलाइड एंड हेल्थकेयर प्रोफेशन (NCAHP) ने घोषणा की है कि शैक्षणिक वर्ष 2026-2027 से एलाइड और हेल्थकेयर अंडरग्रेजुएट कोर्स में एडमिशन के लिए NEET (राष्ट्रीय पात्रता सह प्रवेश परीक्षा) पास करना अनिवार्य और बुनियादी योग्यता होगी। NCAHP ने यह भी बताया कि उसने अब तक 13 अलग-अलग स्नातक और स्नातकोत्तर (Graduate and Postgraduate) एलाइड और हेल्थकेयर कोर्स के लिए पाठ्यक्रम (Curricula) अधिसूचित कर दिए हैं, जो 2026-2027 से लागू होंगे। आयोग और अधिक पाठ्यक्रम जारी करने की प्रक्रिया में है।
शिक्षा विभागों को सूचना जारी
इस संबंध में आयोग (Commission) ने एक औपचारिक सूचना जारी की है। यह सूचना भारत सरकार के उच्च शिक्षा विभाग, स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग के सचिवों के साथ-साथ सभी राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों के शिक्षा विभागों को भेजी गई है।
एलाइड और हेल्थकेयर कोर्सेज में प्रवेश के नए नियम
राष्ट्रीय एलाइड और हेल्थकेयर प्रोफेशन आयोग (NCAHP) ने एलाइड और हेल्थकेयर के विभिन्न कोर्सेज के लिए 13 नए पाठ्यक्रम (Curricula) जारी किए हैं। आयोग ने 19 नवंबर 2025 के एक संदेश में बताया कि ये नए पाठ्यक्रम स्नातक (Graduate) और स्नातकोत्तर (Postgraduate) स्तर के हैं, और इन्हें शैक्षणिक वर्ष 2026-27 से लागू किया जाएगा। आयोग ने यह भी जानकारी दी कि वह जल्द ही और पाठ्यक्रम जारी करने की प्रक्रिया में है। इन सभी पाठ्यक्रमों की विस्तृत जानकारी आयोग की आधिकारिक वेबसाइट पर देखी जा सकती है।
एलाइड और हेल्थकेयर कोर्सेज में NEET ज़रूरी
राष्ट्रीय सहबद्ध और स्वास्थ्य देखभाल व्यवसाय आयोग (NCAHP) अधिनियम, 2021 के तहत, एलाइड और हेल्थकेयर कोर्सेज में दाखिले के लिए योग्यता मानदंड तय किए गए हैं। आयोग ने बताया कि अधिकांश नोटिफाइड कोर्सों में दाखिले के लिए अन्य शर्तों के साथ-साथ NEET (नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट) परीक्षा पास करना भी ज़रूरी कर दिया गया है। इन नए नियमों के तहत इन कोर्सेज में दाखिला शैक्षणिक वर्ष 2026-27 से शुरू होने वाला है।
एलाइड और हेल्थकेयर कोर्स में दाखिले के लिए अब NEET ज़रूरी
आयोग ने घोषणा की है कि शैक्षणिक वर्ष 2026-2027 से एलाइड और हेल्थकेयर स्नातक (Undergraduate) कोर्स में दाखिले के लिए NEET परीक्षा पास करना एक बुनियादी योग्यता (Basic Eligibility) मानदंड होगा। इसलिए, केंद्र/राज्य सरकार/केंद्र शासित प्रदेशों (UTs) के तहत काम करने वाले बोर्डों से अनुरोध किया गया है कि वे स्कूलों/संस्थानों तक यह जानकारी पहुँचाएँ। इसका मतलब है कि सीनियर सेकेंडरी स्तर की परीक्षा पास करने वाले छात्रों को इन कोर्सों में एडमिशन लेने के लिए अन्य योग्यताओं के साथ-साथ NEET परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य होगा।
फिजियोथेरेपी कोर्स में NEET हुआ ज़रूरी
पिछली रिपोर्टों के अनुसार, पिछले साल अंडरग्रेजुएट फिजियोथेरेपी कोर्स में दाखिले के लिए NEET (राष्ट्रीय पात्रता प्रवेश परीक्षा) को पास करना अनिवार्य कर दिया गया था। अलाइड एंड हेल्थकेयर प्रोफेशनल्स की अंतरिम कमीशन (ICAHP) ने फिजियोथेरेपी के ड्राफ्ट पाठ्यक्रम में यह स्पष्ट रूप से बताया था कि इस कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्रों को NEET परीक्षा में शामिल होना अनिवार्य होगा।









