
देश में सस्ती और साफ बिजली पहुँचाने के लिए केंद्र सरकार ने “पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना” शुरू की है। इस योजना के तहत लोगों को अपने घर की छत पर सोलर पैनल लगाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, जिससे उन्हें महंगे बिजली बिलों से हमेशा के लिए छुटकारा मिल सके।
सरकार ने ₹75,021 करोड़ के भारी-भरकम बजट के साथ यह लक्ष्य रखा है कि साल 2026-27 तक करीब एक करोड़ परिवारों को इस सोलर सिस्टम से जोड़ा जाए। इससे न केवल पर्यावरण बचेगा, बल्कि आम आदमी की जेब पर पड़ने वाला बोझ भी कम होगा।
24 लाख से ज्यादा परिवारों को मिला लाभ
देशभर में सोलर पैनल लगवाने की मुहिम तेजी से आगे बढ़ रही है। राज्यसभा में दी गई जानकारी के अनुसार, 9 दिसंबर 2025 तक भारत में करीब 19.45 लाख रूफटॉप सोलर सिस्टम लगाए जा चुके हैं। इस शानदार पहल से 24 लाख से ज्यादा परिवारों को सीधा फायदा पहुँचा है। अब ये परिवार न केवल अपनी जरूरत की बिजली खुद बना रहे हैं, बल्कि बिजली बिलों के भारी खर्च से भी आजाद हो रहे हैं। इससे पारंपरिक बिजली पर निर्भरता कम हुई है और पर्यावरण को भी लाभ मिल रहा है।
7 लाख से ज्यादा परिवारों का बिल आया जीरो
सरकार की इस खास योजना ने आम जनता को बड़ी राहत दी है, जिससे अब तक 7,71,580 परिवारों का बिजली बिल पूरी तरह शून्य (Zero) हो गया है। मध्यम और गरीब वर्ग के परिवारों के लिए यह किसी वरदान से कम नहीं है, क्योंकि अब उन्हें हर महीने बिजली के खर्च पर एक भी पैसा नहीं देना पड़ रहा है। इससे न केवल उनके घर का बजट सुधरा है, बल्कि बिजली की बचत को भी बढ़ावा मिल रहा है।
सरकार दे रही है भारी सब्सिडी और लोन
सोलर पैनल लगवाने के लिए सरकार लोगों की जमकर आर्थिक मदद कर रही है। दिसंबर 2025 तक लाभार्थियों को लगभग ₹13,926 करोड़ से अधिक की सब्सिडी बांटी जा चुकी है। अगर आप एक साथ पैसे खर्च नहीं कर सकते, तो आपके लिए बैंकों से आसान लोन की सुविधा भी दी जा रही है। अब तक 8 लाख से ज्यादा परिवारों के लोन पास हो चुके हैं, जो दिखाता है कि लोग बिजली बिल से छुटकारा पाने के लिए इस योजना में काफी दिलचस्पी ले रहे हैं।
बिजली के पैसे भी बचेंगे और पर्यावरण भी रहेगा साफ
प्रधानमंत्री सूर्य घर योजना न केवल आपके बिजली बिल का बोझ कम कर रही है, बल्कि धरती को सुरक्षित बनाने में भी बड़ा योगदान दे रही है। सौर ऊर्जा (Solar Energy) का इस्तेमाल करने से कोयले जैसे प्रदूषण फैलाने वाले ईंधनों पर निर्भरता कम होती है, जिससे जहरीला धुआं और कार्बन उत्सर्जन घटता है। यह योजना स्वच्छ हवा और बेहतर जलवायु के लिए बहुत जरूरी है। इसके जरिए हम न सिर्फ अपने घर को रोशन कर रहे हैं, बल्कि देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर और प्रदूषण मुक्त बनाने में भी मदद कर रहे हैं।
एक्सट्रा बिजली बेचकर कर रहे है मोटी कमाई
प्रधानमंत्री कुसुम योजना ने देश के 20 लाख से अधिक किसानों को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बना दिया है। अब किसान अपनी जमीन पर सोलर पंप और प्लांट लगाकर न केवल खेती के लिए मुफ्त बिजली पा रहे हैं, बल्कि फालतू बिजली बेचकर मोटी कमाई भी कर रहे हैं। इसी तरह, ‘पीएम सूर्य घर: मुफ्त बिजली योजना’ भी आम परिवारों के लिए क्रांतिकारी साबित हो रही है। यह योजना न केवल बिजली बिल का बोझ कम कर रही है, बल्कि भारत को स्वच्छ ऊर्जा की दिशा में दुनिया का अग्रणी देश बनाने की ओर ले जा रही है।









