
उत्तर प्रदेश के राजकीय माध्यमिक स्कूलों के लिए साल 2026 का नया एकेडमिक कैलेंडर जारी कर दिया गया है। इस कैलेंडर के मुताबिक, साल के 365 दिनों में से कुल 238 दिन स्कूलों में पढ़ाई होगी, जबकि रविवार और त्योहारों को मिलाकर कुल 112 दिन छुट्टियां रहेंगी।
वहीं, बोर्ड परीक्षाओं के लिए 15 दिन निर्धारित किए गए हैं। इस बार प्रधानाचार्यों को यह अधिकार दिया गया है कि वे स्थानीय जरूरतों के आधार पर अपने विवेक से 3 छुट्टियां घोषित कर सकेंगे। साथ ही, विवाहित शिक्षिकाओं के लिए करवा चौथ के अवसर पर विशेष अवकाश का प्रावधान भी रखा गया है।
शिक्षिकाओं को व्रतों पर मिलेगी विशेष छुट्टी, शोक सभाओं के लिए भी नए नियम लागू
उत्तर प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों के नए कैलेंडर में शिक्षिकाओं की सुविधा और अनुशासन पर विशेष ध्यान दिया गया है। अब हरियाली तीज, संकठा चतुर्थी, ललई छठ और जीउतिया जैसे महत्वपूर्ण व्रतों के लिए विवाहित शिक्षिकाएं प्रधानाचार्य को प्रार्थना पत्र देकर अपनी पसंद की कोई दो विशेष छुट्टियां ले सकेंगी।
इसके अलावा, विद्यालय संचालन को सुचारू रखने के लिए शोक सभाओं के नियमों में भी बदलाव किया गया है। अब शोक सभाएं केवल स्कूल के स्टाफ या छात्रों के निधन पर ही आयोजित होंगी, और विशेष परिस्थितियों में इन्हें स्कूल के आखिरी पीरियड (अंतिम वादन) में ही किया जाएगा ताकि छात्रों की पढ़ाई का नुकसान न हो।
महापुरुषों की जयंती पर होंगे विशेष कार्यक्रम, स्थानीय अवकाशों पर DM लेंगे फैसला
उत्तर प्रदेश के माध्यमिक स्कूलों के लिए जारी नए निर्देशों के अनुसार, स्थानीय छुट्टियों का निर्णय अब जिलाधिकारी (DM) के आदेश पर ही लिया जाएगा। राष्ट्रीय पर्वों के अवसर पर स्कूलों में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। इसके अलावा, देश के क्रांतिकारियों, महापुरुषों और समाज सुधारकों की जयंती पर स्कूलों में कम से कम एक घंटे की गोष्ठी या सेमिनार करना अनिवार्य होगा, ताकि छात्र उनके जीवन से प्रेरणा ले सकें।
यदि किसी महापुरुष की जयंती पर रविवार या अन्य छुट्टी पड़ती है, तो यह कार्यक्रम एक दिन पहले ही आयोजित किया जाएगा। इन नियमों का मुख्य उद्देश्य छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ देश के गौरवशाली इतिहास और महान व्यक्तित्वों से जोड़ना है।
गणतंत्र दिवस से पहले चकाचक होंगे UP के सरकारी स्कूल
उत्तर प्रदेश के सभी परिषदीय स्कूलों को 26 जनवरी से पहले पूरी तरह सुव्यवस्थित और स्वच्छ करने की तैयारी शुरू हो गई है। महानिदेशक स्कूल शिक्षा, मोनिका रानी ने सभी जिलों को निर्देश जारी किए हैं कि गणतंत्र दिवस के राष्ट्रीय पर्व को गरिमा के साथ मनाने के लिए स्कूलों में मूलभूत सुविधाओं और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए।
इस अभियान का उद्देश्य बच्चों के लिए एक स्वच्छ, सुरक्षित और बेहतर शैक्षिक माहौल तैयार करना है। निर्देशों के मुताबिक, विद्यालय परिसर को न केवल चकाचक किया जाएगा, बल्कि वहां की व्यवस्थाओं को भी दुरुस्त किया जाएगा ताकि गणतंत्र दिवस का उत्सव एक सुंदर और प्रेरणादायक वातावरण में मनाया जा सके।









