नए साल की शुरुआत में कार खरीदने का सपना देख रहे लोग सतर्क हो जाएं, क्योंकि कई प्रमुख कंपनियां 1 जनवरी 2026 से अपनी गाड़ियों के दाम बढ़ाने वाली हैं। बढ़ती लागत और बाजार की चुनौतियों के कारण यह कदम उठाया जा रहा है। साथ ही, LPG सिलेंडर के दामों में हालिया बदलाव घरेलू बजट को प्रभावित कर रहे हैं, खासकर छोटे व्यापारियों और परिवारों को।

कार दामों में क्यों बढ़ोतरी?
ऑटो इंडस्ट्री में कच्चे माल की महंगाई, सप्लाई चेन की दिक्कतें और आर्थिक दबाव बढ़ोतरी की मुख्य वजहें बन रही हैं। कंपनियां मॉडल के आधार पर 2 से 3 प्रतिशत तक कीमतें ऊपर कर रही हैं। दिसंबर के अंत तक मौजूदा रेट पर बुकिंग करने से फायदा हो सकता है, क्योंकि जनवरी से हर वेरिएंट महंगा हो जाएगा। यह बदलाव मिडिल क्लास खरीदारों के लिए बड़ा झटका साबित होगा।
प्रभावित प्रमुख कंपनियां और मॉडल
कई ब्रांड्स ने पहले ही घोषणा कर दी है। यहां कुछ मुख्य नाम हैं:
- निसान: मैग्नाइट और अन्य SUV मॉडल 3 प्रतिशत तक महंगे।
- BMW: लग्जरी रेंज में सभी कारें प्रभावित, औसतन 3 प्रतिशत हाइक।
- JSW MG मोटर: हेक्टर, एस्टर और EV मॉडल जैसे विंडसर पर 2 प्रतिशत बढ़ोतरी।
- रेनॉल्ट: क्विड, ट्राइबर और काइगर जैसे किफायती विकल्प 2 प्रतिशत महंगे।
- मर्सिडीज-बेंज: पूरी लाइनअप पर 2 प्रतिशत का असर।
टाटा मोटर्स और होंडा जैसी कंपनियां भी संकेत दे रही हैं कि दाम ऊपर हो सकते हैं। अगर आप नई गाड़ी प्लान कर रहे हैं, तो लोकल डीलर से तुरंत संपर्क करें।
LPG सिलेंडर के दामों का ताजा हाल
घरेलू 14.2 किलो के सिलेंडर की कीमतें दिल्ली जैसे शहरों में 850 रुपये के आसपास स्थिर हैं, लेकिन कमर्शियल 19 किलो वाले दिसंबर में थोड़े सस्ते हुए। दिसंबर की शुरुआत में कुछ कमी आई, जो छोटे दुकानदारों को राहत देगी। हालांकि, जनवरी में वैश्विक तेल कीमतों के आधार पर फिर बदलाव संभव है। सब्सिडी वाले यूजर्स को UPI से पेमेंट पर अतिरिक्त लाभ मिल रहा है।
जेब पर क्या पड़ेगा असर?
कार खरीदने वालों को 10,000 से 50,000 रुपये तक अतिरिक्त चुकाने पड़ सकते हैं, जो EMI को बढ़ाएगा। LPG के मामले में मासिक खर्च 50-100 रुपये ऊपर-नीचे हो सकता है, खासकर बिना सब्सिडी वाले कनेक्शन पर। कुल मिलाकर, मध्यमवर्गीय परिवार का बजट 5-10 प्रतिशत प्रभावित होगा।
क्या करें बचाव के उपाय?
- कार बुकिंग दिसंबर में ही पूरी करें, फेस्टिवल ऑफर चेक करें।
- LPG के लिए डबल सिलेंडर स्कीम अपनाएं और सब्सिडी ट्रांसफर समय पर करें।
- बजट प्लानिंग में इन बदलावों को जोड़ें, ताकि सरप्राइज न हो।
नया साल महंगाई लेकर आ रहा है, लेकिन स्मार्ट प्लानिंग से नुकसान कम किया जा सकता है। अभी एक्शन लें और पैसे बचाएं।









