
देश के सभी लोगों को अनाज की पूर्ति करवाने में किसानों का बहुत बड़ा सहयोग है। उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर में किसानों के लिए पारंपरिक खेती के साथ-साथ मशरूम की खेती कमाई का एक जरिया बन गया है। उद्यान विभाग किसानों को मशरूम उगाने के लिए प्रेरित कर रहा है और इसके लिए उन्हें सब्सिड़ी का लाभ दे रहा है।
सरकार किसानों को एसी यूनिट लगाने में मदद कर रही है, ताकि वे पूरे साल मशरूम उगा सकें और ज़्यादा मुनाफ़ा कमा सकें। इस पहल का लक्ष्य ज़्यादा से ज़्यादा किसानों को आधुनिक खेती से जोड़कर उन्हें आर्थिक रूप से मज़बूत बनाना है।
उद्यान विभाग दे रही ज़रूरी तकनीकी जानकारी और ट्रेनिंग
जिला उद्यान अधिकारी डॉ. पुनीत कुमार पाठक का लक्ष्य है कि किसानों को पारंपरिक खेती के बजाय ज्यादा मुनाफा देने वाली नकदी फसलों, जैसे कि मशरूम की खेती से जोड़ा जाये। इसके लिए उद्यान विभाग किसानों को ज़रूरी तकनीकी जानकारी और ट्रेनिंग के साथ-साथ आर्थिक मदद भी दे रहा है। किसान वातानुकूलित यूनिट लगाने पर सरकारी अनुदान प्राप्त कर सकते हैं। इस यूनिट की मदद से किसान साल भर तापमान नियंत्रित करके अच्छी गुणवत्ता वाला मशरूम उगा सकते हैं, जिससे उनकी फसल खराब होने का खतरा कम हो जाता है और वे बाजार में लगातार सप्लाई करके अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं।
वातानुकूलित (AC) मशरूम यूनिट लगाने के लिए करें आवेदन
जो किसान वातानुकूलित (AC) मशरूम यूनिट लगाना चाहते हैं, वे उद्यान विभाग में आकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस यूनिट की कुल लागत लगभग ₹80 लाख आती है, (जिसमें प्रोडक्शन, स्पॉन और कंपोस्ट तीनों शामिल हैं, इस पर सरकार 40% अनुदान दे रही है। यूनिट लगाने के लिए किसानों को डीपीआर (DPR), आधार कार्ड, ज़मीन के कागजात और बैंक पासबुक जमा करनी होगी। उद्यान विभाग इन कागजातों को लखनऊ स्थित प्रदेश मुख्यालय भेजेगा और वहाँ से मंज़ूरी मिलते ही अनुदान की राशि सीधे किसान के खाते में भेज दी जाएगी।