
राज्य सरकार ग्रामीण लोगों और किसानों को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए ‘खेत तालाब योजना’ चला रही है। मत्स्य विभाग द्वारा शुरू की गई इस योजना के तहत किसानों को अपने खेत में तालाब बनवाने के लिए सरकार की ओर से बड़ी मदद (सब्सिडी) दी जाती है। इससे किसान न केवल अपनी फसलों की सिंचाई कर पाएंगे, बल्कि मछली पालन करके अपनी कमाई को भी बढ़ा सकेंगे।
खेत तालाब योजना का लक्ष्य
सरकार की इस योजना का लक्ष्य किसानों की कमाई बढ़ाना और उन्हें खेती के नए तरीकों से जोड़ना है। इसके तहत किसानों को अपने खेत में तालाब बनाने के लिए सरकारी मदद मिलती है, जिसमें वे बारिश का पानी जमा कर सकते हैं। इस पानी का उपयोग सिंचाई के लिए किया जा सकता है, जिससे फसलों को पानी की कमी नहीं होती।
साथ ही, किसान इस तालाब में मछली पालन करके अपनी आय को और भी बढ़ा सकते हैं। यह योजना न केवल पानी बचाने में मदद करती है, बल्कि किसानों के लिए रोजगार के नए अवसर भी पैदा करती है।
आदिवासी किसानों के लिए खेत तालाब योजना
मध्यप्रदेश सरकार अनुसूचित जनजाति (ST) के किसानों को सशक्त बनाने के लिए खेत तालाब योजना पर विशेष जोर दे रही है। इस योजना का मुख्य उद्देश्य आदिवासी क्षेत्रों में खेती के साथ-साथ स्वरोजगार को बढ़ावा देना है, ताकि किसानों की आमदनी बढ़ सके। इसी लक्ष्य को पूरा करने के लिए सरकार इस वर्ग के किसानों को खेत में तालाब बनवाने पर सबसे अधिक सब्सिडी (सरकारी मदद) दे रही है।
सरकार दे रही 90% सब्सिडी
इस योजना की मदद से किसान अपने खेत में बहुत कम खर्च में तालाब बनवा सकते हैं, क्योंकि तालाब बनाने के कुल खर्च का 90 प्रतिशत हिस्सा सरकार देती है। किसानों को केवल 10 प्रतिशत पैसा ही अपनी जेब से लगाना पड़ता है, जिसके लिए वे बैंक से कर्ज भी ले सकते हैं। इस बड़ी छूट के कारण किसानों पर पैसों का बोझ नहीं पड़ता और वे आसानी से सिंचाई के लिए पानी का इंतजाम कर पाते हैं।
योजना के लिए जरूरी योग्यताएं
खेत तालाब योजना का फायदा केवल वही किसान ले सकते हैं जो मध्य प्रदेश के मूल निवासी हैं। इस योजना के लिए किसान के पास कम से कम एक हेक्टेयर कृषि भूमि होना जरूरी है। साथ ही, यह आवश्यक है कि वह जमीन सरकारी रिकॉर्ड में आवेदक के नाम पर दर्ज हो या उसके पास जमीन के उपयोग के कानूनी अधिकार हों। इन सभी नियमों को पूरा करने वाले किसान ही तालाब के लिए आवेदन कर सकते हैं।
आवेदन के लिए आवश्यक दस्तावेज
खेत तालाब योजना का लाभ लेने के लिए आपको निम्नलिखित दस्तावेजों की जरूरत होगी:
- पहचान के लिए: किसान का आधार कार्ड और पैन कार्ड।
- निवासी प्रमाण: किसान की समग्र आईडी।
- जमीन के कागज: खेती की जमीन से जुड़े जरूरी दस्तावेज।
- बैंक विवरण: बैंक पासबुक की फोटोकॉपी (ताकि अनुदान की राशि खाते में आ सके)।
- जाति प्रमाण पत्र: केवल अनुसूचित जनजाति (ST) वर्ग के किसानों के लिए।
नोट: आवेदन करने से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि आपके सभी दस्तावेज सही हैं और उनमें जानकारी अपडेटेड है।
आवेदन करने का आसान तरीका
खेत तालाब योजना के लिए आपको ऑफलाइन आवेदन करना होगा। इसके लिए सबसे पहले अपने जिले के मत्स्य विभाग (Fisheries Department) कार्यालय जाकर वहां से आवेदन फॉर्म ले लें। फॉर्म में पूछी गई सभी जानकारियों को ध्यान से भरें और अपने जरूरी कागजात साथ में जोड़कर वापस कार्यालय में जमा कर दें। आपके आवेदन की जांच होने के बाद, यदि आप सही पाए जाते हैं, तो आपको योजना की मंजूरी मिल जाएगी और तालाब बनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा।
खेत तालाब योजना और कृषि अपडेट के लाभ
खेत तालाब योजना न केवल सिंचाई की दिक्कतें खत्म करती है, बल्कि किसान तालाब में मछली पालन कर अपनी कमाई भी बढ़ा सकते हैं। यह योजना पानी बचाने के साथ-साथ गांवों में रोजगार के अवसर भी पैदा करती है। इसके अलावा, ट्रैक्टर जंक्शन के माध्यम से किसान जॉन डियर और महिंद्रा जैसे बड़े ब्रांड्स के नए ट्रैक्टरों और उनकी बिक्री रिपोर्ट की ताजा जानकारी पा सकते हैं। यदि आप खेती-किसानी की इन आधुनिक खबरों और मासिक अपडेट से जुड़ना चाहते हैं, तो हमारी सदस्यता लेकर हमसे संपर्क कर सकते हैं।









