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प्रदूषण बढ़ते ही पराली जलाने पर कड़ी कार्रवाई! 35 किसान गिरफ्तार, कई अधिकारी निलंबित

प्रदूषण का स्तर बढ़ते ही, पराली जलाने वालों पर सरकार ने कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। नियमों का उल्लंघन करने पर 35 किसानों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि कई जिम्मेदार अधिकारी निलंबित किए गए हैं। जानें, सरकार का यह सख्त कदम क्यों उठाया गया और आगे क्या नियम लागू होंगे।

By Pinki Negi

प्रदूषण बढ़ते ही पराली जलाने पर कड़ी कार्रवाई! 35 किसान गिरफ्तार, कई अधिकारी निलंबित
Pollution Control

हरियाणा में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्थिति तक पहुँचने के बाद, प्रशासन ने पराली जलाने के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी सख्ती दिखाई है। पिछले एक सप्ताह में मामलों में वृद्धि के बाद, गुरुवार को जींद में 35 किसानों को गिरफ्तार किया गया। साथ ही फतेहाबाद से चार पुलिसकर्मियों और हिसार से तीन नोडल अधिकारियों को निलंबित (Suspend) कर दिया गया है। इसके अलावा, सिरसा के ऐलनाबाद से एक पटवारी और एक ग्राम सचिव भी निलंबित हुए हैं, और फतेहाबाद में 23 पुलिसकर्मियों को कारण बताओ नोटिस जारी किए गए हैं।

फतेहाबाद और जींद में पराली जलाने पर सख्त कार्रवाई

फतेहाबाद जिले में पिछले एक सप्ताह के दौरान पराली जलाने की 50 घटनाएँ सामने आईं, जिसके बाद प्रशासन ने कुल 75 मामले दर्ज किए, 19 FIR दर्ज की और किसानों पर ₹1.80 लाख का जुर्माना लगाया। वहीं, जींद जिले में पराली जलाने के 132 मामले दर्ज हुए, जो पूरे प्रदेश में अब तक सबसे अधिक हैं। प्रशासन ने किसानों को गिरफ्तार करने के बाद भले ही ज़मानत पर छोड़ दिया हो, लेकिन भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए कृषि विभाग, सरपंचों और ग्राम सचिवों को ग्रामीण क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखने के निर्देश दिए गए हैं।

पराली जलाने पर लापरवाही के लिए 4 पुलिसकर्मी निलंबित

फतेहाबाद के एसपी सिद्धांत जैन ने बताया कि सरकार के सख्त निर्देशों के बावजूद फसल अवशेष (पराली) जलाने की घटनाओं को रोकने में लापरवाही देखने को मिली। नियम के अनुसार, यदि गाँव में पराली जलाई जाती है, तो इसकी सूचना ग्राम सेवक और सरपंच को तुरंत देनी होती है। यह सूचना न देने पर चार पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की गई है। इसके अलावा, हिसार और ऐलनाबाद में अधिकारी समय पर घटनास्थल पर नहीं पहुँचे, जिसकी वजह से उन्हें निलंबित कर दिया गया है।

बहादुरगढ़ देश का सबसे प्रदूषित शहर, हवा की गुणवत्ता ‘गंभीर’

गुरुवार को बहादुरगढ़ का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 466 दर्ज किया गया, जिसने इसे पूरे देश का सबसे प्रदूषित शहर बना दिया। इसके अलावा, रोहतक (430) और दिल्ली (404) की हवा भी ‘बेहद गंभीर’ श्रेणी में रही। दिल्ली-NCR में पहले से ही ग्रेप का तीसरा चरण लागू है। प्रदूषण नियंत्रण के प्रयासों की समीक्षा के लिए, CAQM चेयरमैन राजेश वर्मा ने DC और SP के साथ वर्चुअल मीटिंग की और नोडल अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे फील्ड में लगातार गश्त (पेट्रोलिंग) बढ़ाएँ।

अब तक की कुल कार्रवाई (प्रदेश स्तर पर)

  • रेड एंट्री: 175 किसान
  • पुलिस केस: 188 किसान
  • कुल जुर्माना: 9.50 लाख रुपये
  • रिकवरी: 7.05 लाख रुपये
  • नोटिस: 118 नोडल अधिकारी एवं सुपरवाइजर

हरियाणा के कई शहरों में प्रदूषण की स्थिति चिंताजनक

  • भिवानी: 345
  • चरखीदादरी: 349
  • फतेहाबाद: 340
  • जींद: 333
  • सोनीपत: 347
  • गुरुग्राम: 300
  • फरीदाबाद: 288
  • हिसार: 255
  • पानीपत: 249

पराली जलाने के मामले में रिश्वत लेने पर सुपरवाइजर बर्खास्त

डबवाली के गाँव मांगेआना में एक किसान ने सुपरवाइजर रविन कुमार पर गंभीर आरोप लगाया है कि उसने पराली जलाने के मामले को खत्म करने के लिए ₹18,000 की रिश्वत ली थी। यह सुपरवाइजर कथित तौर पर किसान से ₹30,000 के जुर्माने से बचाने के बदले में पैसे मांग रहा था। कृषि विभाग द्वारा इस मामले की जाँच किए जाने के बाद, दोषी पाए गए सुपरवाइजर को उसके पद से हटाने के आदेश जारी कर दिए गए हैं।

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Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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