इस साल करवा चौथ पर महिला कर्मचारियों के लिए एक खास खुशखबरी है। 10 अक्टूबर को करवा चौथ के मौके पर कुछ राज्य सरकारों ने विशेष रूप से महिला कर्मचारियों के लिए अवकाश की घोषणा की है, ताकि वे इस त्योहार को बिना किसी ऑफिस के तनाव के मना सकें। यह फैसला उन लाखों कामकाजी महिलाओं के लिए एक बड़ी राहत है, जो दिन भर निर्जला व्रत रखने के साथ-साथ ऑफिस का काम भी संभालती हैं।

क्यों दिया जा रहा है यह विशेष अवकाश?
करवा चौथ एक ऐसा त्योहार है, जिसमें महिलाएं अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरे दिन बिना कुछ खाए-पिए (निर्जला) व्रत रखती हैं और रात में चांद देखने के बाद ही अपना व्रत खोलती हैं। यह दिन उनके लिए काफी थका देने वाला हो सकता है। इसी बात को ध्यान में रखते हुए, कुछ राज्य सरकारों ने यह संवेदनशील फैसला लिया है ताकि महिला कर्मचारी त्योहार की तैयारियों और पूजा-पाठ पर पूरा ध्यान दे सकें। यह एक तरह से उनके सांस्कृतिक और पारिवारिक दायित्वों का सम्मान है।
कहां-कहां लागू होगा यह नियम?
यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि यह अवकाश सभी राज्यों में या सभी सेक्टर में लागू नहीं है। यह फैसला कुछ चुनिंदा राज्य सरकारों द्वारा अपने विभागों में काम करने वाली महिला कर्मचारियों के लिए लिया गया है। आमतौर पर, सरकारी दफ्तरों, बोर्डों, और निगमों में काम करने वाली महिला कर्मचारियों को इसका लाभ मिलता है।
यह एक स्वागत योग्य कदम है जो महिलाओं के work-life balance को बेहतर बनाने में मदद करता है। अगर आप एक कामकाजी महिला हैं, तो यह कन्फर्म करने के लिए अपने ऑफिस के HR डिपार्टमेंट से जरूर संपर्क करें कि आपके राज्य या संस्थान में यह छुट्टी लागू है या नहीं।
इस पहल से महिलाएं अब बिना किसी भागदौड़ के इस खास दिन को अपने परिवार के साथ पूरी श्रद्धा और उल्लास से मना पाएंगी।