
साल 2025 में हुए छोटे संघर्ष और सीजफायर के बाद, अब अमेरिका के प्रतिष्ठित थिंक टैंक ‘काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस’ (CFR) ने एक चौंकाने वाला दावा किया है। CFR की नई रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2026 में भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर बड़े युद्ध की स्थिति बन सकती है।
एक्सपर्ट्स का मानना है कि कश्मीर में बढ़ती आतंकी गतिविधियाँ दोनों देशों के बीच तनाव को फिर से भड़का सकती हैं। यह रिपोर्ट पूर्व राजनयिकों और सैन्य विशेषज्ञों के सर्वे पर आधारित है, जिसमें चेतावनी दी गई है कि भले ही अभी सरहदों पर शांति (सीजफायर) दिख रही हो, लेकिन आने वाला साल सुरक्षा के लिहाज से काफी चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
CFR की रिपोर्ट के मुख्य अंश: भारत, पाकिस्तान और अमेरिका पर असर
- अमेरिका के लिए चिंता: रिपोर्ट में स्पष्ट कहा गया है कि भारत और पाकिस्तान के बीच किसी भी संभावित युद्ध का सीधा प्रभाव अमेरिकी हितों पर पड़ेगा। चूंकि अमेरिका के दोनों देशों के साथ महत्वपूर्ण रणनीतिक और आर्थिक संबंध हैं, इसलिए वह इस क्षेत्र में अस्थिरता नहीं चाहता।
- कश्मीर में आतंकी खतरा: सुरक्षा इनपुट के अनुसार, जम्मू-कश्मीर में 30 से अधिक आतंकी सक्रिय हैं। रिपोर्ट मानती है कि यदि इन आतंकियों द्वारा कोई बड़ी घटना होती है, तो यह दोनों परमाणु शक्ति संपन्न देशों के बीच युद्ध की चिंगारी बन सकती है।
- पाकिस्तान-अफगानिस्तान संघर्ष: रिपोर्ट में केवल भारत ही नहीं, बल्कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच भी सशस्त्र संघर्ष (Armed Conflict) की भविष्यवाणी की गई है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि इस टकराव का अमेरिका पर उतना गहरा असर नहीं पड़ेगा जितना भारत-पाक युद्ध का।
पाकिस्तान और अफगान तालिबान के बीच बढ़ी जंग, भारी जानी नुकसान
अक्टूबर महीने में पाकिस्तान और अफगानिस्तान की सीमा पर हालात तब बेहद तनावपूर्ण हो गए, जब अफगान तालिबान और आतंकियों ने पाकिस्तानी चौकियों पर अचानक हमले शुरू कर दिए। बिना किसी उकसावे के हुई इस गोलीबारी का पाकिस्तानी सेना ने भी कड़ा जवाब दिया, जिसके परिणामस्वरूप सीमा पर भीषण झड़पें हुईं। इस खूनी संघर्ष में 200 से अधिक तालिबानी लड़ाके और आतंकी मारे गए। वहीं, अपनी सीमा की रक्षा करते हुए पाकिस्तान के 23 सैनिकों को भी अपनी जान गंवानी पड़ी। इस घटना ने इस्लामाबाद और काबुल के बीच पहले से खराब चल रहे रिश्तों को और भी नाजुक मोड़ पर खड़ा कर दिया है।
पहलगाम हमले का भारत ने दिया था मुंहतोड़ जवाब, ऐसे बढ़ा था तनाव
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में जब आतंकियों ने मासूम पर्यटकों को निशाना बनाया, तो भारत और पाकिस्तान के बीच कड़वाहट चरम पर पहुँच गई। इस कायरतापूर्ण हमले का बदला लेने के लिए भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसके तहत सीमा पार सक्रिय आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
इस सैन्य कार्रवाई के बाद दोनों देशों की सेनाओं के बीच सीधा संघर्ष शुरू हो गया था। हालांकि, युद्ध जैसी स्थिति को टालने के लिए कुछ समय बाद दोनों पक्षों के बीच सीजफायर (युद्धविराम) पर सहमति बनी, जिससे फिलहाल सीमा पर शांति बहाल हुई। लेकिन इस घटना ने दोनों देशों के सुरक्षा समीकरणों को हमेशा के लिए संवेदनशील बना दिया है।









