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ITR Form Change: टैक्सपेयर्स हो जाएं तैयार! जनवरी 2026 से बदल जाएगा ITR फॉर्म, आप पर क्या होगा असर?

टैक्सपेयर्स के लिए ज़रूरी सूचना! जनवरी 2026 से ITR फॉर्म में बड़ा बदलाव होने जा रहा है। सरकार का यह कदम टैक्स फाइलिंग को डिजिटल और आसान बनाने के लिए है। जानिए इस नए फॉर्म का आपकी रिटर्न फाइलिंग पर क्या असर होगा और आपको पहले से क्या तैयारी करनी होगी!

By Pinki Negi

ITR Form Change: टैक्सपेयर्स हो जाएं तैयार! जनवरी 2026 से बदल जाएगा ITR फॉर्म, आप पर क्या होगा असर?
ITR Form Change

देश में करोड़ों टैक्सपेयर्स के लिए एक बड़ी खबर है: अगले साल से आयकर रिटर्न (ITR) भरने के तरीके में बड़ा बदलाव आने वाला है। सरकार ने स्पष्ट किया है कि जनवरी 2026 तक नए ITR फॉर्म और नियम जारी कर दिए जाएँगे। ये बदलाव पूरी तरह से नए Income Tax Act, 2025 के अनुरूप होंगे, जो 1 अप्रैल 2026 से लागू होगा।

इसका मतलब है कि वित्तीय वर्ष 2025-26 की आय के लिए आपको नए तरीके से ITR भरना होगा। ये नए फॉर्म और सिस्टम अधिक सरल होंगे, लेकिन कुछ नियम सख्त भी हो सकते हैं, इसलिए इन बदलावों को समझना बेहद ज़रूरी है।

2026 में लाया जायेगा नया टैक्स फॉर्म

CBDT चेयरमैन रवि अग्रवाल ने बताया कि सरकार का मुख्य लक्ष्य टैक्स फाइलिंग को आसान, पारदर्शी और यूजर फ्रेंडली बनाना है। इसके लिए, नए टैक्स फॉर्मों को इस तरह से डिज़ाइन किया गया है कि आम लोग भी उन्हें आसानी से समझ सकें। फॉर्म से लंबी कानूनी भाषा, पुराने नियम और मुश्किल सेक्शन हटा दिए गए हैं। यह पहल 60 साल पुराने Income Tax Act, 1961 की जगह ले रही है, ताकि टैक्स सिस्टम को पूरी तरह से आधुनिक और डिजिटल बनाया जा सके।

नया इनकम टैक्स कानून 2025

नए इनकम टैक्स एक्ट 2025 को सरल और समझने में आसान बनाने के लिए, इसमें बड़ी कटौती की गई है। अब इस कानून में सेक्शन 819 से घटाकर 536 कर दिए गए हैं और चैप्टर भी 47 से घटाकर 23 कर दिए गए हैं। सरकार का दावा है कि इस बदलाव से पूरा सिस्टम छोटा और सरल हो जाएगा, जिससे करदाताओं से गलतियाँ कम होंगी और उन्हें इनकम टैक्स नोटिस भी कम मिलेंगे।

नया ITR फॉर्म कैसा होगा ?

CBDT (केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड) द्वारा नए ITR (आयकर रिटर्न) फॉर्म डिज़ाइन किए जा रहे हैं, जिन्हें जनवरी तक जारी कर दिया जाएगा। इन फॉर्मों में आसान भाषा, स्पष्ट टेबल और स्टेप बाय स्टेप गाइड शामिल होगी, जिससे रिटर्न भरना पहले से कहीं अधिक सरल हो जाएगा। विभाग का उद्देश्य लोगों को नए सिस्टम को समझने और अपडेट करने के लिए पर्याप्त समय देना है।

न्यू टैक्स रिजीम पर फोकस

सरकार नए ITR (आयकर रिटर्न) फॉर्म में नए टैक्स रिजीम को डिफ़ॉल्ट (Default) विकल्प के रूप में पेश करने पर ज़्यादा ध्यान देगी। हालांकि, पुराने रिजीम की छूटें और डिडक्शन भी आसानी से उपलब्ध रहेंगे। विशेषज्ञों के अनुसार, इस पूरे डिज़ाइन का उद्देश्य करदाताओं की परेशानी कम करना, सिस्टम को आसान बनाना, और धीरे-धीरे लोगों को नए टैक्स रिजीम की ओर स्थानांतरित (Shift) करना है।

टैक्स फाइलिंग में समय विस्तार और नए नियम

सरकार ने घोषणा की है कि आकलन वर्ष (AY) 2025-26 के लिए टैक्स फाइलिंग की समय सीमा को बढ़ाया जाएगा, ताकि टैक्सपेयर्स नए नियमों और फॉर्म को आसानी से समझ सकें और उन्हें जल्दीबाज़ी में रिटर्न न भरना पड़े। हालाँकि, पारदर्शिता बढ़ाने और टैक्स चोरी रोकने के लिए, अधिक आय वाले लोगों (High Net Worth Individuals) और बड़े निवेशकों के लिए रिपोर्टिंग और आय के खुलासे के नियम अब ज़्यादा सख्त होंगे।

आम लोगों को टैक्स फाइलिंग से होने वाले लाभ

  • सरल फॉर्म: टैक्स फॉर्म पहले से ज़्यादा आसान होंगे।
  • कम गलतियाँ: फॉर्म सरल होने से गलतियाँ कम होंगी।
  • कम नोटिस: आयकर विभाग से आने वाले नोटिसों की संख्या में कमी आएगी।
  • डेटा प्री-फिलिंग: डेटा ऑटो-प्रीफिल और मज़बूत होगा।
  • स्पष्ट रिपोर्टिंग: कैपिटल गेन की रिपोर्टिंग साफ़ और स्पष्ट होगी।
  • समय की बचत: रिटर्न भरने में लगने वाला समय बचेगा।
  • सरल सिस्टम: नए टैक्स सिस्टम को समझना आसान हो जाएगा।
  • पूरी तरह डिजिटल: सरकार का लक्ष्य है कि नए फॉर्म टैक्स फाइलिंग को पूरी तरह डिजिटल और स्मूथ बना दें।
Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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