
आधार कार्ड आज हर भारतीय के लिए एक अनिवार्य दस्तावेज़ बन चुका है, जिसका उपयोग बैंकिंग से लेकर सरकारी योजनाओं तक में पहचान के लिए होता है। हालांकि, UIDAI (आधार जारी करने वाली संस्था) ने एक बार फिर यह स्पष्ट कर दिया है कि आधार कार्ड केवल आपकी पहचान (Identity) का प्रमाण है। इसे किसी भी स्थिति में नागरिकता या जन्म-तिथि (Date of Birth) के पुख्ता प्रमाण के तौर पर मान्य नहीं माना जाएगा, जैसा कि लोगों में अक्सर भ्रम बना रहता है।
आधार कार्ड का इस्तेमाल कहा नहीं किया जा सकता है ?
UIDAI ने साफ किया है कि आधार कार्ड का इस्तेमाल केवल आपकी पहचान साबित करने के लिए किया जाना चाहिए। इसे नागरिकता (Citizenship), निवास (Domicile), या जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) के रूप में इस्तेमाल नहीं किया जा सकता है।
कोर्ट का आदेश
हाल ही में दिए गए एक आदेश में स्पष्ट किया गया है कि आधार नंबर का उपयोग किसी भी व्यक्ति की पहचान की पुष्टि करने के लिए किया जा सकता है। हालाँकि, यह याद रखना ज़रूरी है कि आधार कार्ड किसी व्यक्ति की नागरिकता, निवास स्थान या जन्मतिथि को साबित करने के लिए मान्य दस्तावेज़ नहीं है। लोगों के बीच इस भ्रम को दूर करने के लिए, डाकघरों को यह ज़रूरी जानकारी अपने नोटिस बोर्ड पर भी लगाने का निर्देश दिया गया है।
इन कामों के लिए अनिवार्य है आधार कार्ड
आज के समय में आधार कार्ड भारत में कई सरकारी और वित्तीय सेवाओं के लिए एक अत्यंत आवश्यक दस्तावेज़ बन गया है। यह इनकम टैक्स रिटर्न (ITR) दाखिल करने, पैन कार्ड को इससे लिंक कराने, बैंक अकाउंट खोलने या KYC प्रक्रिया पूरी करने, नया मोबाइल सिम कार्ड लेने, और म्यूचुअल फंड जैसे निवेश की जाँच (वेरिफिकेशन) के लिए अनिवार्य है। इसके अतिरिक्त, केंद्र और राज्य सरकार की अधिकांश सब्सिडी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी आपका आधार कार्ड लिंक होना बेहद ज़रूरी है।
आधार सिर्फ पहचान का प्रमाण
UIDAI ने एक बार फिर स्पष्ट किया है कि आधार कार्ड आज भले ही बैंकिंग और सरकारी योजनाओं सहित लगभग हर सेवा के लिए एक अनिवार्य डिजिटल पहचान बन चुका है, लेकिन यह नागरिकता या जन्मतिथि के प्रमाण के रूप में मान्य नहीं है। इसका मतलब है कि आधार का इस्तेमाल केवल व्यक्ति की पहचान साबित करने के लिए किया जा सकता है।
लोगों के बीच फैले इस भ्रम को दूर करने के लिए, UIDAI ने डाकघरों को भी यह जानकारी नोटिस बोर्ड पर प्रदर्शित करने का निर्देश दिया है। इसके अलावा, इनकम टैक्स रिटर्न (ITR), PAN लिंकिंग, बैंक अकाउंट खोलने और सरकारी सब्सिडी जैसी कई सेवाओं में आधार अनिवार्य है ताकि सरकारी लाभ सीधे सही लाभार्थी तक पहुँचे।
 
					







