
आज के समय में प्रत्येक काम डिजिटल तरीके से किए जा रहें हैं। हम घर बैठे, कही भी किसी भी समय ऑनलाइन मोड से यूपीआई की मदद से आसानी से मिनटो में ट्रांजेक्शन कर सकते हैं। पैसे लेन-देन के लिए हम अधिकतर फ़ोन पे, गूगल पे और पीटीएम ऐप्स का इस्तेमाल करते हैं, और रोजाना की बात करें तो एक दिन में इनका इस्तेमाल करोड़ो लोगों द्वारा किया जाता है लेकिन फिर भी आपको इन्हे कोई भी चार्ज नहीं देना पड़ता, आपने कभी सोचा है कि ये बड़ी कंपनियां हमसे शुल्क क्यों नहीं लेती है और ये अपना खर्चा कैसे चलाती है। यह सवाल कई लोगों के मन में आता है लेकिन उन्हें इसका जवाब नहीं मिल पाता। आइए इसका क्या रहस्य है, इसके बारे में यह लेख विस्तार से पढ़ते हैं।
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P2P और P2M से होती कमाई
UPI से आप जो लेन-देन करते हैं वह दो तरीके से होता है। अगर आप अपने परिवार, दोस्त अथवा किसी रिश्तेदार को पैसे भेजते हैं तो यह P2P ट्रांजेक्शन होता है जो कि सरकार नियमों के तहत फ्री होता है।
लेकिन वही अगर आप किसी रेस्टोरेंट, ऑनलाइन स्टोर अथवा दुकानदार को पेमेंट करते हैं तो इसे P2M ट्रांजेक्शन कहते हैं। इस लेन-देन से ये सभी ऐप्स कमाई करती है।
दुकानदारों से होती है कमाई!
आज के समय में जब हम बाजार शॉपिंग करने के लिए निकलते हैं तो हमे अधिक कैश ले जाने की जरुरत नहीं पड़ती है क्योंकि दुकानों में हम UPI पेमेंट कर सकते हैं। इस पेमेंट पर ऐप्स पैसा कमाती हैं। दूकानदार को अपनी बिक्री का कुछ प्रतिशत हिस्सा ऐप्स को देना होता है। इस शुल्क का मर्चेंट डिस्काउंट रेट कहा जाता है।
MDR का शुल्क आपको नहीं बल्कि दुकानदार को देना होता है। यह सीधे ही उसके अकाउंट से ऑनलाइन कट जाता है। यदि दुकानदार को 500 रूपए की बिक्री हो जाती है तो इसका 0.5 अथवा 1 प्रतिशत का हिस्सा पेमेंट करने पर ऐप्स को मिल जाते हैं। ठीक इसी प्रकार से पेमेंट होने पर छोटी रकम अरबों तक पहुंच जाती है।
ये हैं कमाई के अन्य शानदार तरीके
ऊपर बताए गए कमाई के आलावा ये ऐप्स कई स्मार्ट तरीके से पैसे कमाती है।
- बिल और रिचार्ज कमीशन- ये ऐप्स बिलिंग और टेलिकॉम कंपनियों से अपना कमीशन लेती है। क्योंकि आप ऑनलाइन अपने बिजली और पानी का बिल जमा करते अथवा अपने मोबाइल में रिचार्ज करते हैं उसका कमीशन कंपनी ऐप्स को देती है।
- वित्तीय उत्पादन सेल करना- इन ऐप्स के जरिए आप पर्सनल लोन, डिजिटल गोल्ड, बीमा पॉलिसी अथवा म्यूचुअल फंड आदि खरीद सकते हैं। जब इन कंपनियों के प्रोडक्ट सेल होते हैं तो ऐप्स इनसे भारी कमीशन प्राप्त करती है।
- विज्ञापन और ब्रांड प्रमोशन- जब भी आप इन ऐप्स को ओपन करते हैं तो आपको इसमें स्क्रैच कार्ड के कूपन दिखाई देते हैं। इसमें कई मेकप प्रोडक्ट, Swiggy और Myntra के कूपन दीखते हैं अगर आप इनका इस्तेमाल करके प्रोडक्ट मंगाते हैं तो इन कंपनियों से ऐप्स पैसे लेती है।
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डेटा से होती है सबसे बड़ी कमाई
अभी तक हमने आपको ऐप्स के कमाई के कई तरीके बताए लेकिन इनकी सबसे बड़ी कमाई आपके डेटा दे होती है। जी हाँ आप कहाँ और किस चीज पर पैसा खर्च कर रहें हैं इसकी पूरी जानकारी ऐप्स के पास मौजूद होती है। कम्पनी इस डेटा का इस्तेमाल करके आपको उसी प्रकार के विज्ञापन और ऑफर दिखाई है जो आपको पसंद है। इस प्रकार से यूपीआई अपना पूरा बिजनेस चलाता है जिससे आम लोगों को लगता है कि ये सब तो मुफ्त में है।