
सोने और चांदी की कीमतों में पिछले कुछ दिनों में बड़ी गिरावट आई है, जिससे शादियों के सीज़न से पहले निवेशकों को राहत मिली है। 17 अक्टूबर को 24 कैरेट सोना ₹1,30,874 प्रति 10 ग्राम था, जो सिर्फ़ 8 दिनों में (24 अक्टूबर तक) ₹8,455 सस्ता होकर ₹1,22,419 प्रति 10 ग्राम पर आ गया। इस दौरान सोना लगभग ₹8,000 और चांदी ₹28,000 प्रति किलोग्राम तक सस्ती हुई है।
चांदी की कीमतों में आई भारी गिरावट
चांदी की कीमतों में हाल ही में बड़ी गिरावट आई है। 14 अक्टूबर को चांदी ₹1,78,100 रुपये प्रति किलोग्राम पर बिक रही थी, लेकिन सिर्फ़ 11 दिनों में यानी 24 अक्टूबर को इसका रेट घटकर ₹1,47,033 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया। इस तरह, इन 11 दिनों के अंदर चांदी के भाव में ₹28,000 रुपये तक की कमी आई है।
सोने और चांदी की कीमत गिरने का कारण
सोने की कीमतें अपने सबसे ऊँचे स्तर पर पहुँचने के बाद अब गिर गई हैं। इसकी मुख्य वजह अमेरिकी डॉलर का मज़बूत होना है। इसके अलावा, कुछ निवेशक मुनाफा कमाने के लिए सोना बेच रहे हैं। दिवाली का त्योहार ख़त्म होने के बाद बाज़ार में सोने की मांग भी कम हो गई है, जिससे कीमतों पर दबाव आया है।
इन सारे कारणों के अलावा, बाज़ार अभी अमेरिका के महंगाई के आँकड़ों का भी इंतज़ार कर रहा है। ये आँकड़े आने के बाद ही फेडरल रिज़र्व (Fed Reserve) के अगले बड़े फ़ैसले का अंदाज़ा लगाया जा सकेगा। मुख्य रूप से इन्हीं बातों (फैक्टर्स) के चलते सोने के दाम में गिरावट देखने को मिली है।
एक्सपर्ट्स की राय
कई बड़े बैंकों और बाज़ार के एक्सपर्ट्स को सोने की कीमतों में तेजी आने की पूरी उम्मीद है। मॉर्गन स्टेनले (Morgan Stanley) का मानना है कि सेंट्रल बैंकों की माँग के कारण सोने का भाव $4400 प्रति औंस तक जा सकता है। वहीं, जेपी मॉर्गन (JP Morgan) की रिपोर्ट कहती है कि 2026 के अंत तक सोना ₹1,70,000 (करीब $5055 प्रति औंस) को पार कर जाएगा, और 2028 के अंत तक इसकी कीमत ₹2,40,000 प्रति 10 ग्राम (करीब $8000 प्रति औंस) के पार जा सकती है।








