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Free LPG Cylinder: हर साल मिलेंगे 3 फ्री गैस सिलेंडर! रक्षाबंधन से पहले सरकार का बड़ा तोहफा

रक्षाबंधन से पहले बड़ा तोहफा! अब बीपीएल परिवारों को साल में 3 रसोई गैस सिलेंडर मिलेंगे फ्री बिना एक भी पैसा दिए। जानिए कौन लोग होंगे इस योजना के पात्र, कब और कैसे मिलेगा फायदा, और किन जिलों से होगी इसकी शुरुआत। पढ़िए पूरी खबर

By Manju Negi

रक्षाबंधन से पहले आंध्र प्रदेश की जनता को खुश करने वाली खबर सामने आई है। मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की सरकार ने ऐलान किया है कि उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले बीपीएल परिवारों को हर साल तीन रसोई गैस सिलेंडर मुफ्त मिलेंगे.

Free LPG Cylinder: हर साल मिलेंगे 3 फ्री गैस सिलेंडर! रक्षाबंधन से पहले सरकार का बड़ा तोहफा
Free LPG Cylinder: हर साल मिलेंगे 3 फ्री गैस सिलेंडर! रक्षाबंधन से पहले सरकार का बड़ा तोहफा

यह कदम आम लोगों की जेब पर पड़ रहे बोझ को कम करने के लिए उठाया गया है। खासकर उन परिवारों को राहत मिलेगी जिनके लिए हर महीने गैस भरवाना बड़ी बात होती है.

तेल कंपनियों से समझौता, सीधे सरकार देगी भुगतान

इस योजना के लिए राज्य सरकार ने तेल कंपनियों के साथ एक समझौता (MoU) किया है। अब गैस सिलेंडर की बुकिंग के तुरंत बाद सरकार खुद ही पूरा पैसा वितरक (डिस्ट्रिब्यूटर) को दे देगी। इसका मतलब यह है कि लाभार्थी को सिलेंडर के लिए कोई पैसा नहीं देना होगा।

शुरुआत दो जिलों से, बाद में पूरे राज्य में लागू होगी योजना

शुरुआत में यह योजना एनटीआर और गुंटूर जिलों में पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू की जाएगी। सरकार पहले देखेगी कि वहां योजना कैसे काम करती है, फिर उसके बाद इसे पूरे राज्य में लागू किया जाएगा।

कैसे मिलेगा फायदा? जानिए आसान शब्दों में

  • कौन लोग होंगे पात्र? सिर्फ उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले बीपीएल कार्डधारक इस योजना का लाभ ले सकेंगे।
  • कितने सिलेंडर मिलेंगे? साल में कुल 3 सिलेंडर मुफ्त मिलेंगे, यानी हर चार महीने में एक।
  • पैसे कौन देगा? उपभोक्ता को कोई भुगतान नहीं करना होगा। सरकार सीधे डीलर को पैसा देगी।
  • बुकिंग कैसे होगी? सामान्य प्रक्रिया की तरह गैस सिलेंडर बुक करना होगा। बस भुगतान की जरूरत नहीं पड़ेगी।

पहले भी हुआ था ऐसा फैसला

गौरतलब है कि यह कोई पहली बार नहीं है जब सरकार ने ऐसी पहल की है। पिछले साल नवंबर में भी राज्य सरकार ने हर तिमाही में एक फ्री सिलेंडर देने की घोषणा की थी। अब उसी योजना को थोड़ा बेहतर बनाते हुए सालाना तीन सिलेंडर देने का फैसला किया गया है।

सरकार का उद्देश्य राहत और पारदर्शिता

इस पूरी प्रक्रिया को डीबीटी (Direct Benefit Transfer) के जरिए किया जाएगा ताकि पारदर्शिता बनी रहे और कोई गड़बड़ी न हो। सरकार का मानना है कि यह तरीका लाभार्थियों तक मदद पहुंचाने का सबसे भरोसेमंद जरिया है।

Author
Manju Negi
अमर उजाला में इंटर्नशिप करने के बाद मंजु GyanOk में न्यूज टीम को लीड कर रही है. मूल रूप से उत्तराखंड से हैं और GyanOk नेशनल और राज्यों से संबंधित न्यूज को बारीकी से पाठकों तक अपनी टीम के माध्यम से पहुंचा रही हैं.

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