इस देश में सैलरी जितनी ज्यादा, ट्रैफिक चालान होगा उतना महंगा! जानकर हैरान रह जाएंगे

दुनिया में एक ऐसा भी देश है जहां ट्रैफिक नियम तोड़ना अमीरों के लिए सस्ता सौदा नहीं! यहां जुर्माना आपकी इनकम के मुताबिक तय होता है, कोई लाखों का चालान भरता है तो कोई हजारों का। जानिए कौन सा है ये देश और क्यों अपनाई गई ये अनोखी सजा प्रणाली।

By Pinki Negi

ट्रैफिक नियमों की अनदेखी के कारण लोग आए-दिन कई हादसों का शिकार बनते जा रहे हैं, भारत में ट्रैफिक नियमों का पालन न करना इन हादसों की बड़ी वजह बनता जा रहा है। जिसकी बड़ी वजह है लोगों की लापरवाही, भारत में ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने पर ट्रैफिक चालान सभी के लिए एक समान बनाए गए हैं। फिर चाहे वह कोई आम आदमी हो या कोई सरकारी अधिकारी सबको एक बराबर चालान भरना होता है।

लेकिन क्या आप जानते हैं एक ऐसा देश भी है, जहाँ पर ट्रैफिक का चालान व्यक्ति की आय के हिसाब से किया जाता है। अगर नहीं तो चलिए जानते हैं किस देश में यह नियम लागू है और इससे जुडी पूरी जानकारी।

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किस देश में लागू है यह नियम

बता दें फिनलैंड एक ऐसा देश हैं जहाँ ट्रैफिक नियमों के हिसाब से किसी व्यक्ति पर जुर्माना उसकी सैलरी के हिसाब से लगाया जाता है। यानी यदि कोई व्यक्ति अच्छी-खासी कमाई करता है तो उसपर उतना ही फाइन लगाया जाता है। फिनलैंड के नियम के मुताबिक ट्रैफिक नियम तोड़ने पर व्यक्ति की सैलरी का आधा हिस्सा उसे जुर्माने के तौर पर देना होगा।

तकनीकी प्रक्रिया के जरिए ट्रैफिक नियम के उल्लंघन पर जुर्माना लगया जाता है, इसके लिए वहां की पुलिस के स्मार्टफोन में एक सेन्ट्रल टैक्सपेयर डेटाबेस मौजूद होता है, जिसके जरिए वह उस व्यक्ति की सैलरी चेक कर सकते हैं। इसके अलावा स्पीड लिमिट में जितना ऊपर गए, तो उतने दिन की सैलरी के हिसाब से फाइने भी भरना पड़ता है।

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एक शख्स पर लगा 1 करोड़ से अधिक जुर्माना

फिनलैंड के ट्रैफिक नियमों से जुड़ा एक ऐसा मामला दो साल पहले सामने आया था, जिसमें फिनलैंड के एक व्यक्ति पर 1 करोड़ से अधिक का चालान हुआ था। यह जुर्माना उसपर ओवरस्पीडिंग के कारण लगाया गया था, जिसपर लोगों ने नियमों को लेकर कई सवाल भी उठाए थे, लेकिन फिनलैंड के ट्रैफिक नियमों के हिसाब से यह जुर्माना पूरी तरह मान्य था।

यह नियम लोगों की सुरक्षा का ध्यान रखते हुए इतने सख्त बनाए गए हैं, जो सभी नॉर्डिक देशों पर लागू होते हैं। यह प्रणाली 1920 के दशक से फिनलैंड में लागू हैं, जिसका मुख्य उद्देश्य कानूनी व्यवस्था बनाए रखने के साथ-साथ पैसों के आधार पर न्याय को सुनिश्चित करना है।

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Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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