लोहे का ज़माना गया? कंस्ट्रक्शन में धूम मचा रहा है फाइबर सरिया, जानिए कीमत में कितना है अंतर

एक वक्त था जब लोहे को कंस्ट्रक्शन का बादशाह माना जाता था, लेकिन अब एक नया खिलाड़ी मैदान में आ चुका है - फाइबर सरिया। यह न तो जंग खाएगा, न झुकेगा और लोहे से भी ज़्यादा हल्का है। तो क्या अब लोहे का ज़माना सच में खत्म हो गया है? आइए जानते हैं...

By Pinki Negi

लोहे का ज़माना गया? कंस्ट्रक्शन में धूम मचा रहा है फाइबर सरिया, जानिए कीमत में कितना है अंतर
Fiber rebar vs Iron rebar

अक्सर मकानों को मजबूत बनाने के लिए लोहे के सरिये का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन आज के समय में कई बदलाव आ चुके है साथ ही लोहे में कई कमियां आ जाती है, जैसे -जंग लगना, भारीपन और रखरखाव का खर्च. इन सभी समस्याओ को देखते हुए अब फाइबर रीइन्फोर्स्ड पॉलिमर (FRP) की सरिया बनाई जा रही है, इन्हें आमतौर पर फाइबर सरिया कहा जाता है.

फाइबर सरिया खासियत

फाइबर सरिया मुख्य रूप से फाइबर ग्लास और रेजिन को मिलाकर बनाई जाती है, जिस वजह से ये हल्के होते है, साथ ही यह बहुत मजबूत होते है. इनका वजन कम होने से ट्रांसपोर्टेशन करने और रखरखाव में कम खर्चा आता है. सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें जंग नही लगता है. लोहे के सरिये में हवा और नमी के कारण जंग बहुत जल्दी लग जाता है, जिससे उसकी मजबूती कम हो जाती है.

वहीं फाइबर सरिये पर जंग का कोई असर नहीं होता, जिससे यह समुद्री इलाकों, पुलों और ऐसी जगहों के लिए बेहतरीन है, जहां ज्यादा नमी रहती है. इसके अलावा फाइबर सरिया लोहे के सरिये की तुलना में 20 गुना अधिक मजबूत होता है.

कीमत में अंतर

इस समय फाइबर सरिये की कीमत लोहे के सरिये से थोड़ी ज़्यादा है. अभी लोहे का सरिया लगभग 70 से 80 रुपए प्रति किलोग्राम में बिक रहा है, वहीं फाइबर सरिये की कीमत 150 रुपए से 200 रुपए प्रति किलोग्राम तक है. हालंकि अभी फाइबर सरिये की कीमत थोड़ी ज्यादा है, लेकिन यह लंबे समय, कम रखरखाव, ज़्यादा टिकाऊपन और जंग-मुक्त जीवन के लिए काफी बेहतरीन है. भविष्य में जैसे -जैसे इसका उत्पादन बढ़ेगा वैसे-वैसे इसकी कीमत भी कम हो सकती है.


Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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