
अक्सर मकानों को मजबूत बनाने के लिए लोहे के सरिये का इस्तेमाल किया जाता है. लेकिन आज के समय में कई बदलाव आ चुके है साथ ही लोहे में कई कमियां आ जाती है, जैसे -जंग लगना, भारीपन और रखरखाव का खर्च. इन सभी समस्याओ को देखते हुए अब फाइबर रीइन्फोर्स्ड पॉलिमर (FRP) की सरिया बनाई जा रही है, इन्हें आमतौर पर फाइबर सरिया कहा जाता है.
फाइबर सरिया खासियत
फाइबर सरिया मुख्य रूप से फाइबर ग्लास और रेजिन को मिलाकर बनाई जाती है, जिस वजह से ये हल्के होते है, साथ ही यह बहुत मजबूत होते है. इनका वजन कम होने से ट्रांसपोर्टेशन करने और रखरखाव में कम खर्चा आता है. सबसे अच्छी बात यह है कि इसमें जंग नही लगता है. लोहे के सरिये में हवा और नमी के कारण जंग बहुत जल्दी लग जाता है, जिससे उसकी मजबूती कम हो जाती है.
वहीं फाइबर सरिये पर जंग का कोई असर नहीं होता, जिससे यह समुद्री इलाकों, पुलों और ऐसी जगहों के लिए बेहतरीन है, जहां ज्यादा नमी रहती है. इसके अलावा फाइबर सरिया लोहे के सरिये की तुलना में 20 गुना अधिक मजबूत होता है.
कीमत में अंतर
इस समय फाइबर सरिये की कीमत लोहे के सरिये से थोड़ी ज़्यादा है. अभी लोहे का सरिया लगभग 70 से 80 रुपए प्रति किलोग्राम में बिक रहा है, वहीं फाइबर सरिये की कीमत 150 रुपए से 200 रुपए प्रति किलोग्राम तक है. हालंकि अभी फाइबर सरिये की कीमत थोड़ी ज्यादा है, लेकिन यह लंबे समय, कम रखरखाव, ज़्यादा टिकाऊपन और जंग-मुक्त जीवन के लिए काफी बेहतरीन है. भविष्य में जैसे -जैसे इसका उत्पादन बढ़ेगा वैसे-वैसे इसकी कीमत भी कम हो सकती है.
