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Doctor Career After 12th: सिर्फ MBBS नहीं! 12वीं के बाद इन कोर्सेज से भी बन सकते हैं डॉक्टर

सिर्फ MBBS ही एकमात्र रास्ता नहीं है! अगर आप 12वीं के बाद मेडिकल क्षेत्र में डॉक्टर बनना चाहते हैं, तो आपके लिए कई शानदार विकल्प मौजूद हैं। आयुर्वेद (BAMS), होम्योपैथी (BHMS) या डेंटल साइंस (BDS) जैसे कोर्सेज चुनकर आप भी सम्मानजनक डॉक्टर का करियर बना सकते हैं। कम प्रतिस्पर्धा वाले इन विकल्पों और उनके फायदे जानने के लिए आगे पढ़ें।

By Pinki Negi

Doctor Career After 12th: सिर्फ MBBS नहीं! 12वीं के बाद इन कोर्सेज से भी बन सकते हैं डॉक्टर
Doctor Career After 12th

यदि आप डॉक्टर बनना चाहते है तो यह जान लें कि एमबीबीएस ही एकमात्र विकल्प नहीं है। डॉक्टरी के कई अन्य क्षेत्रों में भी शानदार करियर बनाया जा सकता है। हालांकि, मेडिकल की पढ़ाई के लिए नीट (NEET) परीक्षा पास करना अनिवार्य है। छात्रों की बढ़ती संख्या और एमबीबीएस की सीटों पर अत्यधिक प्रतिस्पर्धा के कारण, हर कोई एमबीबीएस के लिए ज़रूरी कट-ऑफ क्लियर नहीं कर पाता। इसीलिए, छात्रों को एमबीबीएस के अलावा मेडिकल के अन्य कोर्सेज़ में भी अवसरों की तलाश करनी चाहिए।

12वीं साइंस छात्रों के लिए बेस्ट ऑप्शन

12वीं साइंस (बायोलॉजी) के छात्रों के लिए मेडिकल क्षेत्र हमेशा से ही एक सुरक्षित और सम्मानजनक करियर विकल्प रहा है, और अधिकतर छात्र एमबीबीएस डॉक्टर बनने की इच्छा रखते हैं। हालांकि, एमबीबीएस के अलावा भी कई अन्य बेहतरीन मेडिकल कोर्स उपलब्ध हैं। आज हम आपको उन्हीं विकल्पों के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें पूरा करने के बाद आपके पास एक सफल डॉक्टर (चिकित्सक) के रूप में करियर बनाने के कई सुनहरे अवसर होंगे।

साइंस छात्रों की पहली पसंद

एमबीबीएस (बैचलर ऑफ मेडिसिन एंड बैचलर ऑफ सर्जरी) साइंस-बायोलॉजी के छात्रों के बीच सबसे लोकप्रिय और कठिन कोर्स है। यह साढ़े पाँच साल का कोर्स है, जिसमें एक साल की अनिवार्य इंटर्नशिप शामिल है, जहाँ छात्र अनुभवी डॉक्टर की देखरेख में मरीजों का इलाज सीखते हैं। एमबीबीएस पूरा करने के बाद, छात्रों के लिए भविष्य में कई रास्ते खुल जाते हैं: वे जनरल फिजिशियन बन सकते हैं, एमडी/एमएस करके किसी खास क्षेत्र के विशेषज्ञ (Specialist) बन सकते हैं, या फिर रिसर्च, पब्लिक हेल्थ, और अस्पताल प्रशासन जैसे क्षेत्रों में भी करियर बना सकते हैं।

बीडीएस के बाद डेंटिस्ट में करियर

आजकल दंत चिकित्सकों की मांग बहुत तेज़ी से बढ़ रही है। यदि आप बीडीएस (बैचलर ऑफ डेंटल सर्जरी) की डिग्री हासिल करते हैं, तो आप केवल सामान्य दंत चिकित्सा (दांतों के बेसिक इलाज) तक ही सीमित नहीं रहेंगे। आपके पास कॉस्मेटिक (जैसे दांतों को सुंदर बनाना) और एस्थेटिक (सौंदर्यपरक) दंत चिकित्सा जैसे विशेष क्षेत्रों में भी एक शानदार और सफल करियर बनाने का अवसर होगा।

बीएससी नर्सिंग करके करियर के अवसर

स्वास्थ्य सेवा (Health Service) में नर्सिंग की भूमिका सबसे महत्वपूर्ण होती है। न केवल भारत में, बल्कि विदेशों में भी नर्सेज के लिए बेहतरीन करियर के अवसर मौजूद हैं। बीएससी नर्सिंग की डिग्री पूरी करने वाले छात्र अस्पतालों, सामुदायिक स्वास्थ्य सेवाओं (Community Health Services) और विभिन्न सरकारी सेवाओं में तुरंत नौकरी पा सकते हैं। इसके अलावा, वे अपने करियर को और आगे बढ़ाने के लिए विदेश से विशेष या एडवांस्ड ट्रेनिंग भी हासिल कर सकते हैं।

आयुष (AYUSH) कोर्सेज

यदि आपकी रुचि प्राकृतिक और वैकल्पिक चिकित्सा में है, तो आप आयुष (AYUSH) कोर्सेज—जैसे बीएएमएस (आयुर्वेद) और बीएचएमएस (होम्योपैथी)—करके एक बेहतरीन करियर बना सकते हैं। इन कोर्सेज को पूरा करने के बाद, आपके लिए क्लिनिक्स, वेलनेस सेंटर्स, रिसर्च सेंटर्स, और पब्लिक हेल्थ जैसे क्षेत्रों में रोजगार के कई अवसर खुल जाते हैं। चूँकि पूरी दुनिया में संपूर्ण स्वास्थ्य (Holistic Medicine) की मांग तेज़ी से बढ़ रही है, इसलिए आयुष (AYUSH) के क्षेत्र में करियर के अवसर भी लगातार बढ़ रहे हैं।

बी. फार्मा कोर्स

बी. फार्मा (B. Pharma) एक ऐसा कोर्स है जिसमें छात्रों को दवाओं की संरचना (फार्मूलेशन), उनमें इस्तेमाल होने वाले ड्रग्स (औषधियों), और शरीर पर उनके प्रभाव (फार्माकोलॉजी) के बारे में विस्तार से पढ़ाया जाता है। यह कोर्स छात्रों को दवा उद्योग (Pharmaceutical Industry), क्लीनिकल रिसर्च, अस्पतालों और सरकारी दवा नियामक सेवाओं (Drug Regulatory Services) जैसे विभिन्न क्षेत्रों में विशेषज्ञ के तौर पर काम करने के लिए तैयार करता है।

फिजियोथेरेपी

एक्सीडेंट की चोटों के दर्द को नियंत्रित करने और मांसपेशियों की गति (मूवमेंट) को सामान्य बनाने में फिजियोथेरेपिस्ट की भूमिका बहुत अहम होती है। आज स्पोर्ट्स मेडिसिन (खेल चिकित्सा) की बढ़ती लोकप्रियता और जीवनशैली से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं के कारण, फिजियोथेरेपिस्टों की माँग तेज़ी से बढ़ रही है। बीपीटी (बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी) की डिग्री प्राप्त करने के बाद, आप अस्पतालों, अपने निजी क्लीनिक, खेल अकादमियों या वेलनेस सेंटर्स (स्वास्थ्य केंद्रों) में एक सफल करियर बना सकते हैं।

संबद्ध स्वास्थ्य विज्ञान (Allied Health Sciences) में करियर

आज के समय में अच्छी स्वास्थ्य सेवा पूरी तरह से संबद्ध स्वास्थ्य पेशेवरों (Allied Health Professionals) पर निर्भर करती है। ऑक्युपेशनल थेरेपी, ऑप्टोमेट्री और मेडिकल लैब टेक्नोलॉजी जैसे कोर्सेज के माध्यम से छात्रों को बीमारियों की पहचान (Diagnosis), उपचार और पुनर्वास (Rehabilitation) के लिए ज़रूरी ट्रेनिंग दी जाती है। स्वास्थ्य सेवा का दायरा अब केवल इलाज तक सीमित नहीं है, बल्कि यह वेलनेस, बायोटेक्नोलॉजी, डिजिटल हेल्थ, फार्मास्यूटिकल्स और रिसर्च जैसे क्षेत्रों तक फैल चुका है, जिसके कारण मेडिकल क्षेत्र में करियर के अनगिनत और बेहतरीन विकल्प मौजूद हैं।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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