क्या आपको पता है? Instagram हमारी निजी बातें सुनकर हमें उसी टाइप के विज्ञापन दिखाता है जैसे हम देखना चाहते हैं। ऐसी अफवाहें बहुत समय पहले से चल रही थी जिसे कई लोग सच मान बैठे हैं। लेकिन हाला ही में इंस्ट्राग्राम के प्रमुख (CEO) एडम मोस्सेरी ने एक बहुत बड़ी सच्चाई बताई है जिसे जानकर आप शौक होने वाले हैं। मोस्सेरी ने कहा है कि मेटा कभी भी माइक्रोफोन से यूजर्स की बातें नहीं सुनता है और यह प्राइवेसी के नियमों को तोड़ना माना जाएगा। ऐसा करना बिलकुल भी सही नहीं है और तकनीकी रूप से भी यह पॉसिबल नहीं है।

Instagram CEO ने क्या बयान दिया?
मोस्सेरी अपनी बातों को सही ठहराने के लिए दो मेन तकनीकी कारण बताते हुए कहते हैं कि ऐसा करने से बैटरी की खपत होती है। अगर मिक्रोफोने का इस्तेमाल तेजी से होता है या फिर कंटीन्यू किया जाता है तो इसे मोबाइल की बैटरी भी जल्दी खत्म हो जाती है।
इसके अलावा अधिकतर फ़ोन में माइक्रोफोन इंडिकेटर लगा रहता है जो हर टाइम ऑन रहता है। अगर कोई ऐप रिकॉर्डिंग करती है तो उसकी जानकारी सीधे ही यूजर को पता चल जाती है।
मोस्सेरी यह भी कहते हैं जैसे आप लोगों का शक रहता है ठीक उनकी पत्नी को भी यह शक रहता रहा। अभी तक मेटा और मार्क जुकरबर्ग ने इन अफवाहों को कई बार खारिज किया है।
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सही विज्ञापन कैसे दिख जाते हैं?
अब ये भी मन में सवाल आता है, कि जब इंस्ट्राग्राम आपकी बातें न सुनने का दावा कर रहा है तो यूजर्स को सही विज्ञापन कैसे दिखाई देते हैं जैसा वो चाहते हैं या इनके पसंद का है। इस बात को समझाते हुए CEO ने इसका कारण एल्गोरिदम को बताया है। जितनी भी कंपनियां विज्ञापन दे रही हैं वे अपनी वेबसाइटों से यूजर्स का डेटा मेटा के साथ शेयर करती रहती हैं।
फिर मेटा द्वारा इस डेटा का इस्तेमाल करके अपनी ऑनलाइन पसंद और नेचर से सम्बंधित एक प्रोफाइल तैयारी करती है। फिर आपके पसंद का जो विज्ञापन है उससे यह प्रोफाइल मिलाई जाती है। लोगों को शक इसलिए अधिक होता है क्योंकि ट्रेंडिंग विषयों से सम्बंधित उन्हें विज्ञापन दिखाई देते हैं और वे सोचते हैं कि उन पर नज़र रखी जा रही है।