इस समय देश की राजधानी दिल्ली के गंभीर हालत बने हुए हैं, यहाँ पर लिए वायु प्रदूषण की मात्रा दिन प्रतिदिन बढ़ती जा रही है। यह सिर्फ यही नहीं बल्कि अब इसकी चपेट में पड़ोसी इलाके भी आ रहें हैं। नवंबर महीना आरम्भ हो गया है और दिल्ली-NCR का AQI (वायु गुणवत्ता सूचकांक) अपडेट सामने आया है जो कि सेवियर से बढ़कर खतरनाक लेवल पर आ पहुंचा है। कई जगह पर AQI 600 से अधिक दिखा रहा है।
दिल्ली के इन इलाकों, बुराड़ी, आनंद विहार, एरोसिटी और नोएडा एवं गुरुग्राम जैसे कई शहरों की हवा जहरीली बन गई है, यानी की सांस लेने में दिक्क्त हो रही है। यह इसलिए हुआ है क्योंकि पंजाब और हरियाणा में किसानों द्वारा पराली जलाई जा रही है जिससे प्रदूषण की मात्रा बढ़ गई है।

सुप्रीम कोर्ट में दी याचिका
इस जानलेवा प्रदूषण का खतरा सबके लिए घातक है, इस पर ध्यान देते हुए फिट इंडिया मूवमेंट के वेलनेस चैंपियन ल्यूक कोटिन्हो ने सुप्रीम कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की है। इस याचिका में गुहार करते हुए एससी से राष्ट्रीय आपातकाल घोषित करने के लिए कहा है।
कोटिन्हो का कहना है कि संविधान के अनुछेद 21 तहत हमें जीने का अधिकार मिला हुआ है लेकिन राजधानी की गंदी हवा हमसे यह अधिकार छीनने को कोशिश कर रही है। कोर्ट से मांग की गई है कि जल्द से जल्द सख्त फैसला और कड़े कानून लागू किए जाएं जिससे पॉल्यूशन को रोका जा सके।
सुप्रीम कोर्ट और GRAP का निर्देश
इस मामले पर गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र और राज्य सरकारों को इस मामले पर तुरंत और सही फैसला लेने का निर्देश दिया है। इसके साथ सर्वोच्च न्यायलय ने राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) के सभी राज्यों को ग्रेडेड रिस्पॉन्स एक्शन प्लान (GRAP) के तहत सख्त पाबंदी के लिए आदेश दे दिया है। दोनों का कहना है कि प्रदूषण को नियंत्रित करने के लिए प्रभावी तरीके अपने जाए।
मॉनिटरिंग की समस्या और स्वस्थ्य चेतावनी
प्रदूषण का लेवल बढ़ता ही जा रहा है, वहीँ खबरों में सामने आ रहा है कि दिल्ली-NCR के कई प्रदुषण मापक यंत्रों में समस्या आ गई है, जिससे प्रदूषण की सही स्थिति को पहचानने में बहुत मुश्किल हो रही है।
हेल्थ एक्सपर्ट ने यह समस्या देखते हुए जनता को सलाह दी है कि वे बाहर कम से कम निकले, अगर जाना भी है तो मास्क पहनकर जाए। दिल के मरीज और अस्थमा मरीजों के लिए सख्त चेतावनी है, कि ऐसी स्थिति में उनकी सेहत कभी भी बिगड़ सकती है इसलिए अपना सही से ध्यान रखें।








