
Petrol-Diesel Price: हम अक्सर आए दिन खबरों में सुनते रहते हैं कि कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट आई है लेकिन वहीं जब हम पेट्रोल पंप में ईंधन की कीमत देखते हैं तो वह कम होने के बजाय उसी दाम या फिर बढ़ी रहती है ऐसा क्यों होता है आपने कभी सोचा है। इसका असली सच बताएं तो देश की इंडियल ऑयल, हिंदुस्तान पेट्रोलियम एवं भारत पेट्रोलियम जैसे कुछ सरकारी तेल कंपनियां है जो ग्राहकों को सस्ते में तेल देने के बजाय अपना मुनाफा कमाने पर लगी हुई है।
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सस्ते कच्चे तेल से हो रहा तगड़ा मुनाफा
जानकारी के लिए बता दें एक रिपोर्ट में पता चला कि भारत की कपनियां प्रति लीटर पेट्रोल पर 11.20 रूपए और डीजल पर 8.10 रूपए की कमाई करती है अब आप हिसाब लगाए कि यह एक ही दिन में कितना मुनाफा कमा रही होंगी। भारत की तेल कंपनियां इसलिए ज्यादा मुनाफा कमा पा रही है क्योंकि उन्हें कच्चा तेल मिल रहा है जो कि बहुत सस्ता है। रूस देश का ग्राहक भारत सस्ती कीमत पर तेल खरीद रहा है जिससे उसे काफी बढ़िया लाभ हो रहा है। पिछले कुछ महीनों में कच्चे तेल की कीमत बहुत कम हो रखी थी यह 70 डॉलर प्रति बैरल से भी नीचे थी।
16,000 करोड़ से अधिक की कमाई
देश की इन तीन सरकारी कंपनियों ने इस वित्त वर्ष के अप्रैल-जून तिमाही में 16,184 करोड़ रूपए का नेट प्रॉफिट कमाया है। विशेषज्ञों ने इस कमाई को बहुत अधिक बताया है और कहा है कि आगे के समय में भी इस तरह से मुनाफा कंपनियों को होता रहेगा।
- भारत पेट्रोलियम (BPCL) ने 6,124 करोड़ रूपए की कमाई की है।
- इंडियन ऑयल (IOC)- इस कम्पनी ने 5,689 करोड़ की कमाई की है।
- हिंदुस्तान पेट्रोलियम (HPCL)- इस कम्पनी ने 4,371 करोड़ की कमाई की है।
सरकार का शुल्क और सब्सिडी
देश में हम छोटे-बड़े जिस भी सामान को खरीदते हैं उस पर टैक्स लगया जाता है ठीक उसी प्रकार पेट्रोल और डीजल में भी टैक्स लगता है जिससे इसकी कीमत में परिवर्तन आ जाता है। इस साल अप्रैल के महीने में सरकार ने इस ईंधन पर 2 रूपए का टैक्स और बढ़ाकर लगा दिया था। हालाँकि सस्ते तेल के दाम घटे लेकिन सरकार ने टैक्स बढ़ा दिया।
सरकार ने ग्राहकों को एलपीजी सिलेंडर में सब्सिडी का लाभ दिया है, इसके लिए सरकार ने कंपनियों के लिए 30,000 करोड़ रूपए की सब्सिडी देने की घोषणा की है। ताकि एलपीजी बेचने के घाटे की भरपाई की जा सके।
