
चीन के हेनान प्रांत में एक बहुत ही अनोखा गाँव है, जिसका नाम बेइयिंग है। यहाँ के लोग ज़मीन के ऊपर घर बनाने के बजाय गहरे गड्ढों में रहते हैं। इन भूमिगत घरों को स्थानीय भाषा में ‘डिकेंगयुआन’ (Dikengyuan) कहा जाता है। उत्तर चीन की यह बस्ती पूरी दुनिया में अपनी इस अजीबोगरीब बनावट के लिए मशहूर है, जहाँ लोग सालों से धरती की गहराई में अपना पूरा जीवन बिता रहे हैं।
जमीन के अंदर बने 7000 साल पुराने अनोखे घर
चीन के लोएस प्लेटो में लोग आज भी जमीन के अंदर बने आंगननुमा घरों में रहने का 7000 साल पुराना रिवाज निभा रहे हैं। मिट्टी के भीतर बने ये अनोखे मकान प्राकृतिक रूप से गर्मियों में ठंडे और सर्दियों में गर्म रहते हैं, जिससे इनमें एसी या हीटर की जरूरत नहीं पड़ती। साथ ही, ये घर भूकंप के लिहाज से भी बेहद सुरक्षित माने जाते हैं। हालाँकि, अब कई लोग आधुनिक घरों में चले गए हैं, लेकिन इन ऐतिहासिक भूमिगत मकानों को अब पर्यटकों के देखने के लिए शानदार ‘टूरिस्ट स्पॉट’ बना दिया गया है।
चीन के 7000 साल पुराने भूमिगत घर
चीन के ‘लोएस प्लेटो’ इलाके में मिट्टी से बने ये अनोखे घर आज दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बन गए हैं। यहाँ की मिट्टी मुलायम होने के साथ-साथ बहुत मज़बूत है, जिसकी मदद से हज़ारों साल पहले इन घरों को तैयार किया गया था। शोधकर्ताओं के अनुसार, इन लोक आवासों का इतिहास लगभग 7000 साल पुराना है। खास बात यह है कि पर्यावरण के अनुकूल होने के कारण आज इन्हें ‘सस्टेनेबल लिविंग’ यानी भविष्य के टिकाऊ जीवन का एक बेहतरीन उदाहरण माना जा रहा है।
जमीन के नीचे बना है पूरा आशियाना
चीन के बेइयिंग गांव में आज भी सैकड़ों ऐसे अनोखे घर मौजूद हैं जो जमीन के ऊपर नहीं बल्कि 6-7 मीटर नीचे बने हुए हैं। इन घरों को बनाने के लिए पहले गहरा गड्ढा खोदा जाता है और फिर चारों तरफ दीवारें खड़ी कर कमरे तैयार किए जाते हैं। इन घरों की खासियत यह है कि ऊपर से खुली जगह होने के कारण इनमें रोशनी और ताजी हवा आसानी से आती रहती है। हालांकि आधुनिक समय में ऐसे घरों में रहने वाले लोगों की संख्या कम हो गई है, लेकिन आज भी एक-एक घर में 4 से 5 कमरे होते हैं जिनमें लोग आराम से रहते हैं।









