
आज यानी 7 सितंबर 2025 को साल को दूसरा और अंतिम चंद्र ग्रहण है. इस दिन आसमान में एक दुर्लभ नज़ारा देखने को मिलेगा. यह साल का पूर्ण चंद्र ग्रहण होगा. इसे ‘ब्लड मून’ भी कहते हैं. चंद्र ग्रहण के समय पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाता है, जिससे चंद्रमा पूरी तरह से छिप जाता है और उसका रंग लाल या नारंगी हो जाता हैं. भारत में यह ग्रहण रात 8:58 बजे शुरू होगा और इसका सबसे खास हिस्सा रात 11:00 बजे से 12:22 बजे के बीच रहेगा. इस चंद्र ग्रहण को देखने के लिए किसी खास उपकरण की जरूरत नहीं है, इसे आप अपनी नंगी आंखों से भी देख सकते हैं.
Chandra Grahan क्या होता है ?
जब सूरज, पृथ्वी और चंद्रमा एक सीधी लाइन में आ जाते हैं, तो चंद्र ग्रहण होता है. इस समय पृथ्वी सूरज की रोशनी को चंद्रमा तक पहुँचने से रोक देती है. जब चंद्रमा पूरी तरह से पृथ्वी की गहरी परछाई में चला जाता है, तो उसे पूर्ण चंद्र ग्रहण कहते हैं, और चंद्रमा लाल रंग का दिखाई देता है. वहीं जब चंद्रमा का सिर्फ एक हिस्सा पृथ्वी की परछाई में होता है, तो उसे आंशिक चंद्र ग्रहण कहा जाता है.
ब्लड मून क्या होता है ?
जब पूरा चंद्र ग्रहण होता है, तो वह लाल रंग का दिखाई देने लगता है. इसका मुख्य कारण पृथ्वी का वायुमंडल है. हमारा वायुमंडल नीली रोशनी को रोक लेता है, लेकिन लाल और नारंगी रोशनी को सीधे गुजरने देता है. यही रोशनी जब चंद्रमा तक पहुँचती है, तो वह लाल या नारंगी रंग का दिखता है. यह रंग हर ग्रहण में एक जैसा नहीं होता, क्योंकि यह उस समय पृथ्वी के वायुमंडल में मौजूद धूल, प्रदूषण और बादलों पर निर्भर करता है.
चंद्र ग्रहण 2025 का समय
- ग्रहण का स्पर्श काल: 7 सितंबर, रात 9 बजकर 57 मिनट से
- पूर्ण ग्रहण का समय: रात 11 बजकर 1 मिनट से रात 12 बजकर 23 मिनट तक
- ग्रहण का मोक्ष: 8 सितंबर, रात 1 बजकर 26 मिनट पर
- सूतक काल: दोपहर 12 बजकर 57 मिनट से
