
हमेशा चर्चा में रहे अनिल अंबानी आजकल फिर से CBI की चंगुल में फस गए हैं उनकी मुश्किलें रुकने के बजाय बढ़ती ही जा रही है। जी हाँ पहले प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने अपनी इन्वेस्टिगेशन का काम किया है इसके बाद अब उनके घर और अन्य ठिकानों पर केंद्रीय जाँच ब्यूरो (CBI) द्वारा छापेमारी की गई है। बता दें यह एक्शन उन पर 17,000 करोड़ रूपए के कथित बैंक धोखाधड़ी के मामले में हो रहा है।
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क्या है पूरा मामला?
आज अधिकारियों को पीटीआई को बताया है कि रिलायंस कम्युनिकेशन के प्रमोटरों के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है इस सम्बन्ध में जाँच-पड़ताल की जा रही है। बता दें SBI को 2,000 करोड़ रूपए से अधिक का नुकसान भी हुआ है जो कि इस जाँच में शामिल है। बता दें शनिवार की सुबह 7 बजे सीबीआई के अधिकारियों ने छापा मारा है।
यस बैंक एवं अनिल अंबानी की कंपनियों के बीच पैसों का काफी लेनदेन हुआ है जिसके तहत इंवेस्टिगेशन हो रहा है। इनके आवश्यक दस्तावेजों को जाँच एजेंसी चेक कर रही है।
ED को छापेमारी में क्या मिला?
इस मामले में सबसे पहले ईडी द्वारा जुलाई में जाँच की गई थी। उन्होंने इस दौरान अनिल अंबानी से पूछताछ भी की थी और इनकी 50 से अधिक व्यवसायिक संस्थानों में छापा भी मारा। उन्होंने जाँच में वित्तीय खामियां और गड़बड़ी पाई है। इनमें पता चला है कि कई शेल कंपनियों के नाम पर लोन दिया जा रहा है, लोन फाइलों में दस्तावेजों की कमी हैं, पुराना कर्ज नहीं चुकाया गया और उसके बदलें नया कर्ज लेना आदि था।
यस बैंक से जुड़ा है कनेक्शन
अनिल अंबानी के खिलाफ तो कार्यवाई हो ही रही है साथ ही यस बैंक भी इस इंवेस्टिगेशन में आ गया है। एजेंसियों ने अपनी जाँच में पाया है कि यस बैंक में वर्ष 2017 से 2019 के बीच अनिल अम्बानी की कंपनियों को 17 हजार करोड़ रूपए का अवैध लोन ट्रांसफर किया था। सीबीआई इस मामले में यस बैंक के प्रमोटरों पर रिश्वतखोरी का आरोप भी लगा रही है।
