
टायर बनाने वाली कंपनी जेके टायर एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड (JK Tyre & Industries Ltd) के शेयर में मंगलवार को तेज़ उछाल देखा गया। कंपनी के स्टॉक में 6 प्रतिशत तक की वृद्धि हुई और यह ₹440 के इंट्राडे हाई लेवल तक पहुँच गया। शेयरों में यह तेज़ी इसलिए आई क्योंकि कंपनी ने अपने तिमाही नतीजों में बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। कंपनी ने मुनाफे और कुल आय दोनों के मामले में शानदार सफलता हासिल की है।
कंपनी का शानदार मुनाफा
इस बार कंपनी ने बहुत अच्छा प्रदर्शन किया है। कंपनी का कुल शुद्ध मुनाफा पिछले साल के ₹139.75 करोड़ से 62.3% बढ़कर ₹226.86 करोड़ हो गया है। इसी तरह, कंपनी की कुल कमाई भी 10.8% बढ़कर ₹4,011 करोड़ हो गई है। कंपनी का मुख्य ऑपरेटिंग लाभ (EBITDA) भी 23.8% बढ़कर ₹521.5 करोड़ हो गया। यह सारी बढ़ोतरी इसलिए हुई क्योंकि कंपनी ने ज़्यादा सामान बेचा, कच्चे माल पर कम खर्च किया, और अपने पूरे काम को बहुत अच्छे से मैनेज किया। इससे कंपनी का मुनाफा मार्जिन भी 11.6% से बढ़कर 13% हो गया है।
कंपनी के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर ने दी जानकारी
कंपनी के अध्यक्ष और मैनेजिंग डायरेक्टर, डॉ. रघुपति सिंघानिया ने बताया कि उनकी कंपनी ने शानदार तरक्की की है। भारत के बाज़ार में उनके सभी सामानों की बहुत मज़बूत माँग रहने के कारण बिक्री में 15% की बढ़ोतरी हुई है। उन्होंने यह भी बताया कि, अमेरिकी टैरिफ दरों में बदलाव की चिंता होने के बावजूद, कंपनी के निर्यात में पिछली तिमाही के मुकाबले 13% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है। सिंघानिया ने कहा कि यह बढ़ोतरी दिखाती है कि कंपनी अच्छी क्वालिटी के प्रोडक्ट बना रही है और मुनाफा देने वाले नए प्रोडक्ट के साथ नए देशों में भी अपना कारोबार बढ़ा रही है।
जेके टायर का प्रदर्शन
कंपनी की विदेशों में मौजूद सहायक कंपनियों, जैसे भारत में कैवेंडिश और मैक्सिको में टॉर्नेल, ने बहुत अच्छा काम किया है, जिससे कंपनी के कुल नतीजों में सुधार आया है। डॉ. सिंघानिया ने बताया कि जीएसटी 2.0 एक अच्छी पहल है जो बाज़ार में माँग बढ़ाएगी और भारत की आर्थिक तरक्की को तेज़ करेगी। उन्होंने यह भी कहा कि जेके टायर ग्राहकों को बेहतर उत्पाद और सेवाएँ देने के लिए नई टेक्नोलॉजी और नए आइडिया (इनोवेशन) का इस्तेमाल करते हुए एक मजबूत मोबिलिटी पार्टनर बना रहेगा।
कंपनी में घरेलू निवेशकों की बढ़ती दिलचस्पी
इस कंपनी के स्टॉक में घरेलू निवेशकों ने अपनी हिस्सेदारी बढ़ा दी है। आँकड़ों के मुताबिक, जून 2025 तक घरेलू निवेशकों के पास इस कंपनी के 6.4 प्रतिशत शेयर थे, जो सितंबर 2025 तक बढ़कर 7.2 प्रतिशत हो गए हैं। इसका मतलब है कि भारत के निवेशकों का कंपनी पर भरोसा बढ़ा है।
साल 2007 में स्टॉक की कीमत लगभग 7 रूपये थी
इस कंपनी का स्टॉक नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) में साल 2007 में आया था। जब यह स्टॉक लिस्ट हुआ था, तब इसकी कीमत लगभग ₹7 थी। लेकिन आज, इसकी कीमत बढ़कर ₹430 के आस-पास पहुँच गई है, जिसका मतलब है कि इसमें 6000 प्रतिशत की बहुत बड़ी तेज़ी आई है। पिछले पाँच सालों में भी इस स्टॉक ने अपने निवेशकों को 538 प्रतिशत का अच्छा रिटर्न दिया है, जो दिखाता है कि यह एक फायदेमंद निवेश साबित हुआ है।








