
दिवाली का त्यौहार आते ही हर ओर रौनक और सजावट की धूम मच जाती है। लोग नए कपड़े खरीदते हैं, घर सजाते हैं और पूजा-पाठ की तैयारियां करते हैं। ऐसे समय में अगर आप थोड़ी समझदारी से काम लें, तो बिना बड़ी दुकान खोले भी अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं। बस कुछ ज़रूरी सामान लेकर गाँवों में घूम जाइए और दीवाली से पहले जबरदस्त सेल कर लीजिए। आइए जानते हैं ऐसे 7 प्रोडक्ट्स जिनकी डिमांड इस मौसम में सबसे ज्यादा रहती है।
1. पारंपरिक दीये और सजावट का सामान
दीवाली का नाम आते ही दीयों की जगमगाहट याद आती है। मिट्टी के दीये, झालर, बिजली की सीरीज़, तोरण और फूलों की माला हर घर की ज़रूरत होती है। आप पास के थोक बाजार या कुम्हार से सस्ते में यह सामान खरीदकर गाँवों-गाँव बेच सकते हैं। हर दीया या झालर पर ₹5 का मुनाफा तक आसानी से मिल सकता है।
2. पूजा में काम आने वाली रुई और बाती
हर घर में पूजा के समय रुई और बाती का इस्तेमाल होता है। आप एक किलो रुई से 20–25 छोटे पैकेट बनाकर बेच सकते हैं। हर पैकेट ₹20 तक आराम से बिक जाता है, जबकि लागत बहुत कम होती है। इससे रोज़ाना कुछ सौ रुपए का लाभ आसानी से हो सकता है।
3. रंगोली के रंगों से बढ़ेगी बिक्री
दीवाली की सजावट रंगोली के बिना अधूरी मानी जाती है। रंग-बिरंगे पाउडर और ग्लिटर वाले रंगों की पैकिंग बनाकर बेचिए। हर छोटा पैकेट ₹10–₹25 में बिक सकता है। इसमें आपकी कमाई प्रति पैकेट ₹10–₹15 तक हो सकती है।
4. महिलाओं के लिए मेहँदी और सौंदर्य प्रोडक्ट्स
त्यौहार के दिनों में महिलाएं सजने-संवरने का खूब शौक रखती हैं। मेहँदी कोन, नेल पॉलिश, बिंदी, चूड़ियाँ और हल्की ज्वेलरी जैसे प्रोडक्ट्स गाँव की महिलाओं में बेहद लोकप्रिय हैं। मेहँदी कोन ₹15 में बिकती है जबकि लागत करीब ₹8 होती है, यानी अच्छा मुनाफा तय है।
5. पशुओं की सजावट का व्यापार
गाँवों में गाय, बैल और बकरियों को भी दीवाली में सजाया जाता है। शहरों से सस्ता सजावटी सामान खरीदकर गाँव में बेचिए। रंग-बिरंगी बेल्ट, झुनझुने और हार जैसे आइटम बहुत पसंद किए जाते हैं। एक सेट की कीमत ₹100–₹150 तक रखी जा सकती है जबकि लागत करीब ₹50 होती है।
6. पूजा के लिए धूपबत्ती और अगरबत्ती
धार्मिक दिनों में धूपबत्ती और अगरबत्ती की मांग सबसे ज्यादा बढ़ जाती है। थोक में 20–25 रुपए का पैकेट खरीदकर ₹50 तक बेचा जा सकता है। हर घर में 2–3 पैकेट आसानी से बिकते हैं, जिससे बिक्री स्वाभाविक रूप से बढ़ जाती है।
7. मिठाई के डिब्बे और पैकिंग मटेरियल
त्योहारों पर लोग घर पर मिठाइयाँ बनाकर रिश्तेदारों को देते हैं। उनकी पैकिंग के लिए डिब्बे, सजावटी थैलियाँ और गिफ्ट पेपर की खूब मांग रहती है। यह सामान आप सस्ते में लेकर हर गाँव में अच्छे रेट पर बेच सकते हैं।
संभावित मुनाफा गणना
सामान | खरीद मूल्य | बिक्री मूल्य | प्रति आइटम मुनाफा |
---|---|---|---|
दीये और झालर | ₹5 | ₹10 | ₹5 |
रुई/बाती | ₹7 | ₹20 | ₹13 |
रंगोली कलर | ₹10 | ₹25 | ₹15 |
मेहँदी कोन | ₹8 | ₹15 | ₹7 |
पशु सजावट | ₹50 | ₹120 | ₹70 |
अगरबत्ती | ₹25 | ₹50 | ₹25 |
पैकिंग सामग्री | ₹30 | ₹60 | ₹30 |
अगर आप सिर्फ ₹10,000 का स्टॉक रखते हैं और रोज़ाना 4–5 गाँव कवर करते हैं, तो 10–12 दिनों में लगभग ₹80,000 से ₹90,000 की बिक्री संभव है। ₹30,000 तक का खर्च निकालकर भी ₹50,000–₹60,000 का लाभ बच सकता है।