
सरकारी टेलीकॉम कंपनी बीएसएनएल (BSNL) के सिम कार्ड की बिक्री फिलहाल अनौपचारिक रूप से रुक गई है। इसकी मुख्य वजह सॉफ्टवेयर में आई तकनीकी खराबी है, जिसके कारण न तो ग्राहकों का विवरण और सिम कार्ड का डेटा अपलोड हो पा रहा है, और न ही मोबाइल नंबर पोर्टेबिलिटी (MNP) की प्रक्रिया पूरी हो पा रही है। पिछले करीब पाँच दिनों से यह समस्या बनी हुई है, जिससे विभागीय कर्मचारियों, फ्रैंचाइज़ी और नए ग्राहकों को काफी परेशानी हो रही है।
BSNL सिम बिक्री और फ्रैंचाइजी
बीएसएनएल (BSNL) अपने दफ्तरों और अधिकृत विक्रेताओं (फ्रैंचाइजी) के ज़रिए मोबाइल ग्राहकों को सिम कार्ड बेचता है। हर सिम की खरीद और बिक्री पर इन फ्रैंचाइजियों को कमीशन मिलता है। उदाहरण के लिए, बीएसएनएल के अयोध्या परिमंडल में अयोध्या और अंबेडकरनगर ज़िलों को मिलाकर करीब दो सौ फ्रैंचाइजी काम कर रहे हैं। इन फ्रैंचाइजियों के अनुसार, जब कोई ग्राहक नया सिम लेता है, अपना नंबर पोर्ट कराता है, या खोए हुए सिम को बदलवाता है, तो ग्राहक की फोटो और पूरी जानकारी ‘संचार आधार’ नाम के एक विभागीय सॉफ्टवेयर में डालनी पड़ती है।
सॉफ्टवेयर अपग्रेडेशन के कारण डाटा एंट्री रुकी
नगर निगम में 1 दिसंबर से डाटा फीडिंग का काम बंद है। अधिकारियों के मुताबिक, मुख्यालय से पुराने सॉफ्टवेयर को बदलकर नया और बेहतर सॉफ्टवेयर लॉन्च किया जा रहा है, लेकिन यह अपग्रेडेशन प्रक्रिया पूरी नहीं हो पाई है। इसी वजह से कर्मचारी कोई भी विवरण (डिटेल्स) सिस्टम में दर्ज नहीं कर पा रहे हैं।
सॉफ्टवेयर की तकनीकी खराबी बनी वजह
बीएसएनएल के सिम कार्ड बेचने का काम रुक गया है क्योंकि नए ग्राहकों का विवरण (डिटेल्स) दर्ज करने वाला सॉफ्टवेयर ठीक से काम नहीं कर रहा है। इससे बीएसएनएल निगम को तो बड़ा आर्थिक नुकसान हो रहा है, साथ ही सिम बेचने वाले अधिकृत डीलरों (विक्रेताओं) की कमाई भी बंद हो गई है। बीएसएनएल के महाप्रबंधक ज्ञानेंद्र कुमार द्विवेदी ने बताया कि सॉफ्टवेयर को अपग्रेड किया गया था, पर उसमें तकनीकी दिक्कतें आ गईं जिन्हें अभी तक ठीक नहीं किया जा सका है। उन्होंने शनिवार तक इस समस्या के पूरी तरह खत्म होने की उम्मीद जताई है।









