
छत्तीसगढ़ सरकार ने जन्म और मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने की प्रक्रिया को पहले से कहीं ज्यादा आसान और पारदर्शी बना दिया है। अब राज्य में ये सभी सर्टिफिकेट अनिवार्य रूप से ऑनलाइन पोर्टल के जरिए ही जारी किए जाएंगे। भारत सरकार के नए नियमों और 2023 में अपडेट किए गए पोर्टल की मदद से अब लोगों को दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। इस नई व्यवस्था से न केवल समय की बचत होगी, बल्कि पूरी प्रक्रिया में पारदर्शिता भी आएगी।
अब एक ही दस्तावेज से होंगे सारे काम
नए कानून के अनुसार, अक्टूबर 2023 के बाद पैदा हुए बच्चों के लिए अब जन्म प्रमाण पत्र (Birth Certificate) ही सबसे जरूरी और इकलौता पहचान दस्तावेज बन गया है। स्कूल में एडमिशन से लेकर सरकारी आईडी बनवाने तक, अब इसी एक सर्टिफिकेट का इस्तेमाल होगा। हालांकि, अक्टूबर 2023 से पहले जन्मे लोगों के पुराने दस्तावेज भी मान्य रहेंगे। अच्छी बात यह है कि आप अपने पुराने कागजी (Offline) प्रमाण पत्रों को भी अब सरकारी पोर्टल पर डिजिटल रूप में सुरक्षित कर सकते हैं, जिससे उनके खोने का डर खत्म हो जाएगा।
ऑनलाइन सर्टिफिकेट जारी होंगे जन्म-मृत्यु प्रमाण पत्र
राज्य में ऑनलाइन सर्टिफिकेट जारी करने के दौरान शुरू में आने वाली तकनीकी दिक्कतों को अब पूरी तरह दूर कर लिया गया है। भारत सरकार के महापंजीयक कार्यालय की मदद और सही दिशा-निर्देशों के कारण अब पोर्टल एकदम बेहतर तरीके से काम कर रहा है। इसके साथ ही, राज्य के सभी संबंधित अधिकारियों (रजिस्ट्रार) को पोर्टल चलाने की ट्रेनिंग भी दे दी गई है। अब आम जनता बिना किसी तकनीकी रुकावट के आसानी से अपने प्रमाण पत्र ऑनलाइन प्राप्त कर सकती है।
अब आसान होगा आधार कार्ड और प्रमाण पत्र बनवाना
नागरिकों को सरकारी प्रमाण पत्र और आधार कार्ड बनवाने में कोई परेशानी न हो, इसके लिए जिला स्तर पर विशेष ट्रेनिंग प्रोग्राम चलाए जा रहे हैं। सरकार ने आधार बनाने वाली एजेंसियों को भी सख्त और स्पष्ट नियम दिए हैं ताकि हर जगह काम एक ही तरीके से और सही हो। यह कदम डिजिटल सेवाओं को और भी तेज, सुरक्षित और भरोसेमंद बनाने के लिए उठाया गया है। इससे अब आम जनता को सरकारी दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे और उनके काम समय पर पूरे हो सकेंगे।









