
Bank Merger News: देश के बैंक खाताधारकों के लिए बड़ी खबर है जो आपके लिए बहुत महत्वपूर्ण है। हाल ही में भारतीय रिजर्व बैंक ने बड़ा ऐलान किया है जिसके तहत वो सहकारी बैंकों को मर्जर करने वाला है। बता दें इनमे से एक सहकारी बैंक न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड है और दूसरा सारस्वत को-ऑपरेटिव बैंक लिमिटेड है। इनके विलय के लिए दे दी गई है और 4 अगस्त 2025 से इन्हे लागू किया जाएगा। आरबीआई ने यह फैसला ग्राहकों और बैंकिंग सेक्टर के विकास के लिए लिया है।
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क्यों हुई मर्जर की जरूरत!
आरबीआई द्वारा लिए गए फैसले के पीछे बड़ी वजह है। आपको बता दें कुछ महीने पहले से यानी की फरवरी 2025 से RBI न्यू इंडिया को-ऑपरेटिव बैंक पर कड़ी निगरानी रखे हुए था क्योंकि इस बैंक के शीर्ष प्रबंधन पर 122 करोड़ रूपए का घोटाला करने का आरोप लगा है। यह बहुत बड़ी वित्तीय गड़बड़ी है जिसके लिए RBI ने फरवरी को ही बैंक के बोर्ड को भंग कर दिया गया था। बैंक पर कई प्रतिबंध लगा दिए गए। इसलिए बैंक विलय करने का फैसला लिया गया ताकि ग्राहकों को कोई वित्तीय समस्या और परेशानी न हो।
मर्जर से मिलेंगे ग्राहकों को बेहतर लाभ
दोनों बैंक के विलय से ग्राहकों को कई प्रकार के फायदे मिलने वाले हैं जिसकी जानकारी नीचे देने जा रहें हैं।
- बैंक विलय से सबसे बड़ा फायदा ग्राहकों को ये होगा कि न्यू इंडिया बैंक के ग्राहक अब सारस्वत बैंक की बेहतर बैंकिंग सेवाओं का लाभ ले सकते हैं।
- दोनों बैंक के मर्जर से बड़ा नेटवर्क स्थापित होगा। न्यू इंडिया की जो 27 शाखाएं हैं वह सारस्वत बैंक की शाखाओं के तहत काम करेगी।
- ग्राहक सारस्वत बैंक की मॉर्डन टेक्नीकल फैसेलिटी प्राप्त कर सकते हैं।
- न्यू इंडिया बैंक से विलय होने के बाद सारस्वत बैंक की बाजार इक्विटी बढ़ जाएगी।