
यदि आपका सेविंग्स अकाउंट है तो आपके लिए अच्छी खबर है। काफी समय से बैंक अपने ग्राहकों को खाते में न्यूनतम बैलेंस रखने के लिए दबाव के साथ -साथ जुर्माना भी लगाते थे, जिस वजह से ग्राहक परेशान हो गए थे। लेकिन अब आपको चिंता करने की बात नहीं है, कई बैंकों ने अब इन नियमों को खत्म कर दिया है। रिपोर्ट के अनुसार, देश के , 8 बड़े सरकारी बैंकों ने सेविंग्स अकाउंट पर मिनिमम बैलेंस रखने की अनिवार्यता पूरी तरह हटा दी है, जिसका फायदा सीधे ग्राहकों को मिलेगा। तो आइए जानते है कि इसमें कौन -कौन से बैंक शामिल है।
इंडियन ओवरसीज़ बैंक (IOB)
इस बैंक ने 30 सितंबर 2025 को घोषणा की है कि 1 अक्टूबर 2025 से SB-Public (सामान्य बचत) खातों पर न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने का नियम पूरी तरह खत्म कर दिया जाएगा।
Bank of Baroda
इस बैंक ने 1 जुलाई 2025 से सभी सामान्य सेविंग्स अकाउंट्स में न्यूनतम बैलेंस रखने की अनिवार्यता को हटा दिया है। अब ग्राहकों को कम बैलेंस रखने पर कोई जुर्माना नहीं लगेगा।
इंडियन बैंक
इंडियन बैंक ने अपने ग्राहकों को राहत देते हुए 7 जुलाई 2025 से सभी सेविंग्स अकाउंट में मिनिमम बैलेंस रखने के नियमों को बंद कर दिया है।
केनरा बैंक
केनरा बैंक ने अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए मई 2025 में ही यह घोषणा कर दी थी कि अब उसके सभी प्रकार के खातों पर औसत मासिक बैलेंस रखने का नियम लागू नहीं होगा।
पंजाब नेशनल बैंक (PNB)
हाल ही में देश के बड़े बैंकों में से एक, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने भी अपने ग्राहकों को बड़ी राहत देते हुए कहा है कि अब उनके सेविंग्स अकाउंट में न्यूनतम बैलेंस बनाए रखने की ज़रूरत नहीं है।
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया
देश के सबसे बड़े बैंक SBI ने यह बड़ा बदलाव 2020 में ही कर दिया था। SBI के इस कदम से लाखों ग्राहकों को मिनिमम बैलेंस न रखने पर लगने वाले जुर्माने से बड़ी राहत मिली थी।
बैंक ऑफ इंडिया
इस बैंक ने भी अपने ग्राहकों को राहत देने के लिए Minimum Balance न रखने पर लगने वाले जुर्माने को पूरी तरह से हटा दिया है।
यूनियन बैंक (Union Bank)
Union Bank ने अपने सभी सामान्य सेविंग्स अकाउंट्स से न्यूनतम बैलेंस रखने की शर्त को हटा दिया है, जिससे ग्राहकों को बड़ी राहत मिली।