
आज 22 जुलाई मंगलवार को पृथ्वी अपनी सामान्य गति से थोड़ी तेज घूमेगी, इसलिए ये दिन अन्य दिनों की तुलना में थोड़ा छोटा हो जायेगा. लेकिन यह अंतर सिर्फ 1.34 मिलीसेकंड का होगा, जिस वजह से हमें महसूस नहीं होगा. वैज्ञानिक इस पर लगातार नज़र रख रहे हैं क्योंकि हाल ही में इसमें एक अजीब पैटर्न दिखना शुरू हुआ है.
बदल रही पृथ्वी घूमने की गति
बदलते समय के साथ -साथ धरती के घूमने की गति भी लगातार बदल रही है, जिससे वैज्ञानिकों का चिंता हो रही है. उनका कहना है कि अगर आगे भी ऐसा रहा तो हमें साल 2029 तक परमाणु घड़ियों में से एक सेकंड कम करना पड़ सकता है. ऐसा इसलिए है क्योंकि धरती की घूमने की गति हमेशा एक जैसी नहीं रहती, यह घटती-बढ़ती रहती है.
धरती तेज क्यों घूम रही है ?
वैज्ञानिकों ने बताया कि पहले की तुलना में धरती के घूमने की गति बढ़ रही है, हालांकि इसका कारण अभी तक पता नहीं चला है. कुछ अध्ययनों से पता चलता है कि चंद्रमा की गति धीमी होने के वजह से धरती की गति पर अरबों सालों से असर पड़ रहा है. इसके अलावा धरती के केंद्र, वायुमंडल और महासागरों में होने वाली हलचलें से भी यह बदलाव हो सकता है.
2025 के सबसे छोटे दिन
वैज्ञानिकों का मानना है कि इस साल सबसे छोटे दिन 9 जुलाई, 22 जुलाई और 5 अगस्त होंगे. अभी तक 10 जुलाई साल का सबसे छोटा दिन रहा है, 24 घंटे से 1.36 मिलीसेकंड कम था. अब संभावना है कि 22 जुलाई साल का सबसे थोड़ा दिन बन सकता है, जो जो 24 घंटे से लगभग 1.34 मिलीसेकंड कम होगा.