
UIDAI ने एक बड़ा फैसला लेते हुए अगले एक साल के लिए आधार कार्ड में बायोमेट्रिक डिटेल्स अपडेट कराने की फीस को पूरी तरह से माफ कर दिया है। यह सुविधा केवल 5 साल और 15 साल की उम्र के बच्चों के लिए उपलब्ध है। दरअसल, जब बच्चे 5 साल और 15 साल के हो जाते हैं, तो उनके आधार कार्ड में बायोमेट्रिक डिटेल्स (जैसे उंगलियों के निशान और आँखों की स्कैनिंग) को अपडेट कराना अनिवार्य होता है। UIDAI ने लोगों को इस अनिवार्य अपडेट के लिए प्रोत्साहित करने के उद्देश्य से यह फीस माफ की है।
5 और 15 साल के बच्चों के लिए बायोमेट्रिक अनिवार्य
भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (UIDAI) अब बच्चों के आधार में बायोमेट्रिक अपडेट (MBU) को बढ़ावा देने के लिए एक नई पहल कर रहा है। UIDAI ने 5 और 15 साल के बच्चों के लिए अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट की सभी फीस माफ कर दी है। साथ ही, UIDAI ने इस काम को आसान बनाने और लोगों को प्रेरित करने के लिए रिसर्च कंसल्टेंसी Behavioural Insights Limited (BIT) के साथ हाथ मिलाया है।
इस साझेदारी का मुख्य लक्ष्य उन व्यवहारिक और जागरूकता संबंधी रुकावटों को दूर करना है, जो माता-पिता को समय पर यह अपडेट कराने से रोकती हैं, ताकि बच्चों को आधार से जुड़ी सभी सरकारी सेवाओं और लाभों का फायदा बिना किसी रुकावट के मिल सके।
After waiving all charges for Mandatory Biometric Update (MBU) in Aadhaar for children, the Unique Identification Authority of India (UIDAI) will use behavioural insights to enhance adoption of MBU.
— Aadhaar (@UIDAI) November 11, 2025
UIDAI has partnered with research consultancy Behavioural Insights Limited (BIT)… pic.twitter.com/siQUckbJDL
बच्चों का आधार अपडेट 1 साल तक पूरी तरह फ्री
आधार कार्ड में नामांकन के बाद, सभी बच्चों को 5 साल और फिर 15 साल की उम्र पूरी होने पर अपने बायोमेट्रिक डिटेल्स (जैसे फिंगरप्रिंट, आँख की पुतली और फोटो) को अपडेट करवाना अनिवार्य होता है। इस प्रक्रिया को आसान बनाने के लिए, UIDAI ने एक जन-हितैषी कदम उठाया है।
1 अक्टूबर 2025 से लेकर अगले एक साल तक, यानी 30 सितंबर 2026 तक, 5 साल और 15 साल के बच्चों के लिए यह अनिवार्य बायोमेट्रिक अपडेट (MBU) पूरी तरह से मुफ्त कर दिया गया है। UIDAI की इस पहल से लगभग 6 करोड़ बच्चों को सीधे तौर पर लाभ मिलने की उम्मीद है।









