
जनवरी महीने से राशन कार्ड धारकों के लिए वितरण की नई व्यवस्था लागू की जा रही है। अब लाभार्थियों को हर यूनिट पर 2 किलो गेहूं और 3 किलो चावल दिया जाएगा, जिससे क्षेत्र के हजारों परिवारों को लाभ मिलेगा। प्रखंड आपूर्ति विभाग के आंकड़ों के अनुसार, इलाके की 17 पंचायतों में लगभग 32,008 राशन कार्ड धारक हैं, जिनमें अंत्योदय और पीएचएच कार्ड शामिल हैं। इस नए बदलाव का उद्देश्य राशन वितरण को और बेहतर बनाना है ताकि कुल 1.53 लाख यूनिट्स तक सही मात्रा में अनाज पहुँच सके।
प्रखंड में राशन वितरण की नई व्यवस्था और बंद दुकानों का समाधान
वर्तमान में प्रखंड की 81 राशन दुकानें चल रही हैं, लेकिन 12 दुकानें बंद होने से कुछ लोगों को अनाज लेने में दिक्कत हो रही है। इस समस्या को देखते हुए आपूर्ति पदाधिकारी ने बताया कि जनवरी से राशन वितरण की नई व्यवस्था लागू की जाएगी। अब नए नियमों के आधार पर तय मात्रा के अनुसार राशन बाँटा जाएगा, ताकि सभी लाभार्थियों को समय पर और सही तरीके से लाभ मिल सके।
नए साल से राशन वितरण में होगा बड़ा बदलाव
प्रशासन अब बंद पड़ी राशन की दुकानों को दोबारा शुरू करने के लिए ज़रूरी कदम उठा रहा है, ताकि सभी ज़रूरतमंदों को समय पर अनाज मिल सके। नए साल से लागू होने वाली इस नई व्यवस्था का मुख्य उद्देश्य राशन बाँटने के तरीके को साफ-सुथरा और पारदर्शी बनाना है। इससे न केवल धांधली रुकेगी, बल्कि आम जनता को भी अपना राशन लेने में काफी आसानी और राहत मिलेगी।









