
नगर पालिका प्रशासन ने शहर को साफ-सुथरा रखने के लिए अब सख्ती दिखानी शुरू कर दी है। जो लोग कूड़ा गाड़ी में कचरा डालने के बजाय सड़कों पर फेंकते हैं, उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी और उन्हें नोटिस भी भेजे जा रहे हैं। इस अभियान की शुरुआत ‘कान्हरवाला’ क्षेत्र से हो चुकी है, जहाँ प्रशासन की टीम को सक्रिय देखकर कई लोगों ने डर के मारे अपना बकाया यूजर चार्ज भी जमा कर दिया है। पालिका का लक्ष्य स्पष्ट है—नियमों का पालन न करने वालों पर जुर्माना लगाना और शहर को गंदगी से मुक्त करना।
सफाई शुल्क को लेकर प्रशासन सख्त
देहरादून जिलाधिकारी की सख्ती और ‘दैनिक जागरण’ की मुहिम के बाद अब नगर पालिका प्रशासन सफाई व्यवस्था को लेकर एक्शन मोड में है। संतोषजनक जवाब न देने वाले पांच परिवारों को नोटिस जारी कर दिया गया है। अब नया नियम यह है कि मकान मालिकों के साथ-साथ घर में रहने वाले किराएदारों को भी अलग से सफाई शुल्क (यूजर चार्ज) देना होगा। जो लोग इस नियम का पालन नहीं करेंगे या शुल्क देने से मना करेंगे, पालिका प्रशासन उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करने की तैयारी कर चुका है।
नगरपालिका ने जारी किए नोटिस
नगरपालिका प्रशासन अब शहर की सफाई को लेकर सख्त हो गया है और सड़कों के किनारे कूड़ा फेंकने वाले परिवारों के खिलाफ अभियान शुरू कर दिया है। अधिशासी अधिकारी के निर्देश पर सफाई टीम ने ऐसे लोगों को चिन्हित कर नोटिस जारी किए हैं जो कूड़ा गाड़ी का उपयोग न कर कचरा खुले में फेंकते हैं।
मुख्य सफाई निरीक्षक ने स्पष्ट चेतावनी दी है कि अब पकड़े जाने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी और सभी नागरिकों के लिए यूजर चार्ज देना अनिवार्य होगा। इस अभियान के दौरान नगरपालिका के अधिकारी और स्वच्छता वाहिनी के सदस्य मौजूद रहे।









