
हम सब जानते हैं कि अंग्रेजी कैलेंडर में दिसंबर साल का आखिरी महीना होता है और 1 जनवरी से नया साल शुरू होता है। अंग्रेजी कैलेंडर के हिसाब से अब साल 2026 शुरू होने वाला है। आमतौर पर हिंदी और अंग्रेजी, दोनों कैलेंडर में 12 महीने ही होते हैं। लेकिन हिंदी कैलेंडर (जो विक्रम संवत् पर आधारित है) की गणना के कारण, साल 2026 में 12 की जगह 13 महीने होंगे। ऐसा ‘अधिक मास’ (Adhik Maas) के कारण होगा, जो लगभग हर तीन साल में आता है।
2026 होगा 13 महीनों का
हिंदी पंचांग के हिसाब से, साल 2026 बहुत ही विशेष है क्योंकि इस साल 12 की बजाय 13 महीने होंगे। ऐसा इसलिए होगा क्योंकि 2026 में ‘अधिकमास’ (जिसे ‘मलमास’ भी कहा जाता है) पड़ रहा है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, इस अधिकमास की अवधि को किसी भी तरह के शुभ या मांगलिक कार्यों (जैसे शादी-विवाह, गृह प्रवेश) के लिए अच्छा नहीं माना जाता है।
साल 2026 में दो ज्येष्ठ महीने
पंचांग (कैलेंडर) के हिसाब से, साल 2026 में ज्येष्ठ का महीना 30 दिन का नहीं होगा, बल्कि यह लगभग 58 या 59 दिनों का होगा। इसका मतलब है कि नए साल में हमें दो ज्येष्ठ महीने मिलेंगे। इनमें से एक को सामान्य ज्येष्ठ कहा जाएगा और दूसरे को अधिक ज्येष्ठ, जिसे अधिकमास के नाम से भी जाना जाता है।
17 मई से लेकर 15 जून 2026 तक रहेगा अधिकमास
साल 2026 में ज्येष्ठ माह की शुरुआत 22 मई से होगी और इसका समापन 29 जून को होगा। इसी बीच, 17 मई से लेकर 15 जून 2026 तक अधिकमास रहेगा। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अधिकमास को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है, और इस दौरान पूजा-पाठ और धार्मिक अनुष्ठान करना अत्यंत शुभ और फलदायी होता है। हालांकि, इस पूरे महीने में कोई भी शुभ या मांगलिक कार्य जैसे शादी-विवाह या गृह प्रवेश आदि नहीं किए जाते हैं।









