
क्या आप जानते हैं कि आपकी आईडी (ID) पर आपसे पूछे बिना कोई दूसरा व्यक्ति भी सिम कार्ड चला रहा हो सकता है? अगर उस फर्जी सिम का इस्तेमाल किसी साइबर अपराध या धोखाधड़ी में होता है, तो सबसे पहले पुलिस आपके दरवाज़े पर आएगी!
ऐसे SIM Fraud से बचने के लिए, भारत सरकार ने एक खास सुविधा शुरू की है, जिससे आप मिनटों में पता लगा सकते हैं कि आपकी ID (जैसे आधार कार्ड) पर कुल कितने मोबाइल कनेक्शन एक्टिव हैं।
ऐसे करें तुरंत चेक: यह है आसान तरीका
सरकार के संचार साथी (Sanchar Saathi) पोर्टल के माध्यम से आप यह जानकारी आसानी से प्राप्त कर सकते हैं:
- पोर्टल पर जाएँ: सबसे पहले अपने मोबाइल या कंप्यूटर पर TAFCOP की आधिकारिक वेबसाइट tafcop.sancharsaathi.gov.in पर जाएँ। (यह पोर्टल संचार साथी का एक हिस्सा है)।
- नंबर और OTP: यहाँ अपना वह मोबाइल नंबर डालें जो आप अभी इस्तेमाल कर रहे हैं और आपके नाम पर रजिस्टर्ड है। कैप्चा कोड भरें और ‘Request OTP’ पर क्लिक करें।
- लॉगिन करें: आपके नंबर पर आए OTP को वेबसाइट पर डालकर ‘Validate’ या ‘Login’ करें।
- लिस्ट देखें: लॉगिन करते ही, स्क्रीन पर उन सभी मोबाइल नंबरों की लिस्ट आ जाएगी जो आपकी ID से जुड़े हुए हैं।
अगर कोई अनजान नंबर दिखे तो क्या करें?
लिस्ट में दिखाई देने वाले नंबरों को ध्यान से देखें।
- अगर आपको कोई ऐसा नंबर दिखता है जिसे आप इस्तेमाल नहीं करते हैं, या जिसे आपने कभी खरीदा ही नहीं, तो वह फ़र्ज़ी सिम हो सकता है।
- शिकायत करें: फर्जी नंबर के सामने आपको ‘Not My Number’ का विकल्प मिलेगा। इसे चुनें और सबमिट कर दें।
- नंबर ब्लॉक होगा: आपकी शिकायत के बाद, दूरसंचार विभाग (DoT) उस नंबर की जाँच करेगा और उसे ब्लॉक कर देगा। आपको अपनी शिकायत को ट्रैक करने के लिए एक ट्रैकिंग ID भी मिलेगी।
यह चेक करना क्यों जरूरी है?
भारतीय नियम के अनुसार, एक व्यक्ति अपनी ID पर अधिकतम 9 सिम कार्ड ले सकता है (कुछ राज्यों में यह सीमा 6 है)।
- सुरक्षा: अगर आपकी ID पर लिए गए सिम से कोई साइबर अपराध, धोखाधड़ी, या गैरकानूनी गतिविधि होती है, तो आप कानूनी पचड़े में फँस सकते हैं।
- पहचान की चोरी: फ्रॉड करने वाले आपकी पहचान का गलत इस्तेमाल न करें, इसलिए समय-समय पर यह चेक करना बहुत ज़रूरी है।
यह एक छोटी सी जाँच आपको बड़ी कानूनी परेशानी से बचा सकती है।









