
उत्तरी कोयल नहर परियोजना एक महत्वपूर्ण सिंचाई और जल प्रबंधन परियोजना है, जिसका उद्देश्य क्षेत्र में कृषि और जल संकट को दूर करना है। इस महत्वाकांक्षी परियोजना को ज़मीन पर उतारने के लिए औपचारिक रूप से भूमि अधिग्रहण (Land Acquisition) का कार्य शुरू कर दिया गया है। यह परियोजना कई दशकों से लंबित रही है, और अब इस चरण के शुरू होने से इसके जल्द पूरा होने की उम्मीद जगी है।
चिह्नित किए गए ज़मीन मालिक और LPC की प्रक्रिया
परियोजना के पहले चरण में, प्रशासन उन सभी ज़मीन मालिकों की पहचान कर रहा है जिनकी ज़मीन नहर के निर्माण क्षेत्र में आ रही है। यह एक महत्वपूर्ण कदम है ताकि किसी भी सही मालिक को मुआवज़े से वंचित न किया जा सके।
- जमीन मालिकों को चिह्नित करना: राजस्व विभाग ने सर्वेक्षण और रिकॉर्ड की जाँच के आधार पर उन सभी ज़मीन के मालिकों की सूची तैयार कर ली है जिनकी ज़मीनें अधिग्रहित की जानी हैं।
- एलपीसी (LPC) बनाने का कार्य: ज़मीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में एलपीसी (LPC – Land Possession Certificate या भू-स्वामित्व प्रमाण पत्र) बनाना एक महत्वपूर्ण कदम है। एलपीसी यह सुनिश्चित करता है कि मुआवज़े की राशि सही व्यक्ति को दी जाए। इस प्रक्रिया में ज़मीन के कागजात, मालिकाना हक़ और ज़मीन पर किसी भी कानूनी विवाद की जाँच की जाती है।
मुआवज़े की राशि मुहैया कराने की तैयारी
इस पूरे कार्य का मुख्य उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि जिनकी भी ज़मीन नहर परियोजना में जा रही है, उन्हें समय पर और उचित मुआवज़े की राशि मुहैया कराई जा सके।
- उचित मुआवज़ा: भूमि अधिग्रहण, पुनर्वासन और पुनर्व्यवस्थापन में उचित प्रतिकर और पारदर्शिता का अधिकार अधिनियम, 2013 के तहत, ज़मीन मालिकों को बाज़ार मूल्य से 2 से 4 गुना तक अधिक मुआवज़ा पाने का अधिकार है।
- दस्तावेज़ीकरण: एलपीसी तैयार होने के बाद, ज़मीन मालिकों के बैंक खातों का विवरण और अन्य आवश्यक दस्तावेज़ एकत्र किए जाएंगे ताकि मुआवज़े की राशि को सीधे उनके खातों में ट्रांसफर किया जा सके।
जमीन मालिकों के लिए जरूरी सुझाव
जिन ज़मीन मालिकों को इस परियोजना के लिए चिह्नित किया गया है, उन्हें निम्नलिखित बातों का ध्यान रखना चाहिए:
- दस्तावेज़ अपडेट करें: अपनी ज़मीन के सभी दस्तावेज़ (रजिस्ट्री, खतौनी, म्यूटेशन पेपर) और अपनी पहचान के कागज़ात (आधार, बैंक पासबुक) तुरंत अपडेट करवा लें।
- एलपीसी में सहयोग करें: एलपीसी बनाने के कार्य में राजस्व अधिकारियों का पूरा सहयोग करें और सुनिश्चित करें कि आपके सभी विवरण सही दर्ज किए गए हों।
- सूचना पर नज़र रखें: स्थानीय राजस्व कार्यालय (तहसील या कलेक्ट्रेट) और स्थानीय समाचार पत्रों में जारी सरकारी अधिसूचनाओं पर लगातार नज़र रखें।
इस परियोजना के शुरू होने से क्षेत्र के किसानों को सिंचाई के लिए ज़रूरी जल मिल सकेगा, जिससे कृषि उत्पादन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।









