
लंबे समय से टूटी-फूटी सड़कों से परेशान उन्नाव जिले के लोगों के लिए राहत की खबर है। प्रदेश शासन ने जिले की दो प्रमुख सड़कों के पूरी तरह से नवीनीकरण और चौड़ीकरण को हरी झंडी दे दी है। इस परियोजना पर कुल 54.14 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे, जिससे लगभग 28.700 किलोमीटर लंबी सड़कों का कायाकल्प हो सकेगा।
पहली किस्त जारी, काम जल्द शुरू होने की उम्मीद
शासन ने इस योजना की शुरुआत के लिए पहली किस्त के रूप में 10.82 करोड़ रुपये जारी कर दिए हैं। यह राशि सदर तहसील और बीघापुर तहसील की उन सड़कों के लिए आवंटित की गई है, जो लगभग 70 ग्राम पंचायतों की जीवन रेखा मानी जाती हैं। इन सड़कों के सुधार से करीब तीन लाख की आबादी को सीधा लाभ पहुंचेगा, और उनकी रोजमर्रा की यात्राएं आसान हो जाएंगी।
छह साल पुरानी समस्या का अब होगा समाधान
सदर तहसील क्षेत्र की 13.500 किलोमीटर लंबी जंगेनगर-पावा सड़क काफी समय से बदहाल हालत में थी। यह मार्ग उन्नाव-हरदोई मार्ग को बिठूर-चकलवंशी मार्ग से जोड़ता है, और इसकी खस्ताहाल स्थिति से रोजाना हजारों लोग परेशान हो रहे थे। करीब छह साल से इस सड़क की मरम्मत की मांग की जा रही थी, लेकिन काम नहीं हो पा रहा था।
तीन साल पहले इस सड़क के लगभग तीन किलोमीटर हिस्से का निर्माण किया गया था, लेकिन वह भी जल्द ही उखड़ गया। इससे लोगों की परेशानी जस की तस बनी रही। बरसात में तो यह सड़क पूरी तरह से जलमग्न हो जाती थी, और आवागमन बिल्कुल बंद हो जाता था।
पीडब्ल्यूडी ने शुरू की तैयारी, टेंडर प्रक्रिया चल रही
सड़क निर्माण की जिम्मेदारी जहां पीडब्ल्यूडी (लोक निर्माण विभाग) को दी गई है, वहीं विभाग ने टेंडर प्रक्रिया भी शुरू कर दी है। शासन ने इस मार्ग के पुनर्निर्माण के लिए 26 करोड़ 27 लाख 65 हजार रुपये मंजूर किए हैं। पहली किस्त के रूप में 5 करोड़ 25 लाख 52 हजार रुपये जारी किए जा चुके हैं। अब टेंडर प्रक्रिया पूरी होने के बाद जल्द ही निर्माण कार्य शुरू कराया जाएगा।
हरदोई और कानपुर जाने वालों को मिलेगी बड़ी राहत
जंगेनगर-पावा सड़क के बनने से पावा, मुस्तफाबाद, बुलंदपुर, भागूखेड़ा, जंगेनगर, परमनी सहित लगभग 50 गांवों के लोगों को बड़ी सहूलत होगी। अब उन्हें उन्नाव, हरदोई और बिठूर के रास्ते कानपुर तक आसानी से पहुंचा जा सकेगा। इससे न सिर्फ यात्रा का समय कम होगा, बल्कि वाहनों का ईंधन भी बचेगा।
ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मिलेगी नई गति
इन सड़कों के नवीनीकरण से ग्रामीण क्षेत्रों में आर्थिक गतिविधियां भी तेज होंगी। किसानों को अपनी फसल बाजार तक आसानी से पहुंचाने में मदद मिलेगी। छोटे व्यापारियों और दुकानदारों को भी इसका सीधा लाभ मिलेगा, क्योंकि ग्रामीण क्षेत्रों में वस्तुओं की आवाजाही बढ़ेगी। स्कूल जाने वाले बच्चे और अस्पताल जाते मरीजों को भी बड़ी राहत मिलेगी।
पिछले प्रस्ताव और डीपीआर को मिली मंजूरी
दोनों सड़कों के नवीनीकरण के लिए पूर्व में भेजे गए प्रस्ताव और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) को शासन ने मंजूरी दे दी है। अब सिर्फ टेंडर प्रक्रिया का इंतजार है। जैसे ही यह पूरी होगी, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। इन परियोजनाओं के पूरा होने से वर्षों से चली आ रही जर्जर सड़कों की समस्या पूरी तरह से खत्म हो जाएगी।
जनप्रतिनिधियों ने जताई खुशी
स्थानीय जनप्रतिनिधियों और ग्रामीणों ने इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि यह सड़कें सिर्फ आवागमन का माध्यम नहीं, बल्कि इलाके की विकास की रीढ़ हैं। सालों से लोगों को इस सड़क की वजह से कई परेशानियां झेलनी पड़ रही थीं, लेकिन अब उम्मीद जगी है कि जल्द ही हालात बदल जाएंगे।
इन सड़क परियोजनाओं के अलावा भी जिले में कई विकास कार्य चल रहे हैं। लेकिन सड़क की बेहतरी को लेकर लोगों में खासा उत्साह है, क्योंकि इससे उनकी रोजाना की जिंदगी पर सीधा असर पड़ेगा। अब देखना यह होगा कि टेंडर प्रक्रिया कितनी जल्दी पूरी होती है और काम कब तक शुरू होता है।









