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Solar Water Heater Guide: खरीदने से पहले जानें, 5 साल वारंटी और ISI मार्क क्यों है सबसे जरूरी?

सोलर वॉटर हीटर खरीदने से पहले ISI मार्क और 5 साल की वारंटी पर ध्यान देना जरूरी है। ये दोनों आपके निवेश को सुरक्षित रखते हैं, बेहतर गुणवत्ता और टिकाऊ प्रदर्शन की गारंटी देते हैं। सही क्षमता, प्रकार और सामग्री चुनकर आप बिजली की बचत और लंबे समय तक बिना परेशानी के गर्म पानी का भरोसा पा सकते हैं।

By Pinki Negi

अगर आप बिजली का बिल कम करना चाहते हैं और पर्यावरण के लिए एक जिम्मेदार कदम उठाना चाहते हैं, तो सोलर वॉटर हीटर एक शानदार निवेश साबित हो सकता है। यह न सिर्फ आपके घर की जरूरत पूरी करता है, बल्कि लंबे समय तक बिना ज़्यादा खर्च के गर्म पानी का भरोसा भी देता है। लेकिन खरीदारी से पहले कुछ खास बातों को ध्यान में रखना बेहद जरूरी है।

1. ISI मार्क क्यों जरूरी है

बाजार में सोलर वॉटर हीटर के कई मॉडल मिलते हैं, लेकिन हर उत्पाद भरोसेमंद नहीं होता। यहीं पर ISI मार्क अहम भूमिका निभाता है। यह मार्क भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) द्वारा दिया जाता है, जो इस बात की गारंटी है कि उत्पाद निर्धारित मानकों पर खरा उतरता है।

  • गुणवत्ता की पहचान: ISI मार्क यह सुनिश्चित करता है कि हीटर सुरक्षित, टिकाऊ और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री से बना है।
  • बेहतर प्रदर्शन: यह बताता है कि उपकरण पानी को आवश्यक तापमान तक गर्म करेगा और गर्मी को संभालकर रखेगा।
  • सरकारी लाभ: कई सब्सिडी योजनाएं केवल ISI प्रमाणित सोलर हीटर पर ही लागू होती हैं, इसलिए यह आर्थिक रूप से भी फायदेमंद साबित होता है।

2. 5 साल की वारंटी का महत्व

सोलर वॉटर हीटर एक बार की खरीद नहीं है यह कई सालों तक चलने वाला निवेश है। इसलिए, लंबी वारंटी का होना बहुत मायने रखता है।

  • निवेश की सुरक्षा: 5 साल की वारंटी आपको किसी भी मैन्युफैक्चरिंग दोष या शुरुआती खराबी से बचाती है।
  • विश्वसनीयता का प्रमाण: जो ब्रांड लंबे समय की वारंटी देते हैं, वे अपने उत्पाद की गुणवत्ता और टिकाऊपन पर भरोसा रखते हैं।
  • बेफिक्री का एहसास: अगर वारंटी के दौरान कोई दिक्कत आती है, तो मरम्मत या पार्ट रिप्लेसमेंट की लागत कंपनी संभालती है।
  • मेंटेनेंस लागत में बचत: वारंटी अवधि में महंगे स्पेयर पार्ट्स या सर्विसिंग की चिंता कम हो जाती है।

3. सही सोलर वॉटर हीटर कैसे चुनें

ISI मार्क और वारंटी के अलावा, सोलर वॉटर हीटर चुनते समय कुछ और बातों पर ध्यान देना चाहिए ताकि खरीदारी बाद में पछतावा न बने।

  • हीटर का प्रकार: दो प्रमुख प्रकार हैं, फ्लैट प्लेट कलेक्टर (FPC) और इवैकुएटेड ट्यूब कलेक्टर (ETC)। अगर आप ठंडे इलाके में रहते हैं, तो ETC सिस्टम ज्यादा कारगर रहते हैं।
  • क्षमता (कैपेसिटी): परिवार के सदस्यों के हिसाब से क्षमता चुनें। आमतौर पर एक व्यक्ति के लिए 25-50 लीटर पानी पर्याप्त होता है।
  • टंकी की सामग्री: ऐसे मॉडल चुनें जिनकी टंकी स्टेनलेस स्टील या ग्लास-लाइनिंग वाली माइल्ड स्टील से बनी हो। यह जंग और खारे पानी से सुरक्षा देती है।

4. अतिरिक्त सुझाव जो काम आएंगे

  • सोलर पैनल की दिशा और छत पर धूप पहुंचने की स्थिति जांचें।
  • स्थानीय सर्विस नेटवर्क वाले ब्रांड चुनें ताकि मेंटेनेंस आसान हो।
  • यूजर रिव्यू और आफ्टर-सेल्स सपोर्ट पर ध्यान दें।
  • जरूरत हो तो अपने राज्य की सौर ऊर्जा नीति या डिस्काउंट स्कीम्स के बारे में जानकारी लें।
Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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