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Senior Citizen Travel: बड़ी रियायत! ट्रेन यात्रा पर सीनियर सिटीजन को मिलेगी छूट, सरकार ने किया ऐलान

भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन टिकटों पर जो रियायतें COVID-19 के कारण मार्च 2020 में रोकी थीं, वे अभी तक बहाल नहीं हुई हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव के अनुसार, सभी यात्रियों को पहले से भी औसतन 55% की सब्सिडी मिलती है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए निचली बर्थ के प्रावधान और बर्थ कोटा मौजूद हैं, लेकिन विशेष टिकट रियायतें अभी लागू नहीं हैं। सरकार इस मुद्दे पर विचार कर रही है.​

By Pinki Negi

भारतीय रेलवे ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए ट्रेन टिकटों पर जो रियायतें मार्च 2020 में COVID-19 महामारी के कारण निलंबित की थीं, वे अब तक बहाल नहीं की गई हैं। तब से सरकार ने इस संबंध में कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की है। हालांकि, कई मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पोस्ट में दावा किया जा रहा है कि सरकार ने बड़ी रियायतें लागू कर दी हैं, लेकिन ये दावे पूरी तरह से गलत और निराधार हैं। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने साफ तौर पर कहा है कि इस समय प्रत्येक ट्रेन यात्री को औसतन 55 प्रतिशत की सब्सिडी मिलती है, जो पहले से ही यात्रा को किफायती बनाती है।

वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपलब्ध सुविधाएं

हालांकि टिकटों पर विशेष रियायतें अभी बहाल नहीं हुई हैं, लेकिन वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे द्वारा कुछ महत्वपूर्ण सुविधाएं दी जाती हैं, जो उनकी यात्रा को सहज बनाती हैं। सबसे पहले, कम्प्यूटरीकृत आरक्षण प्रणाली (PRS) में पुरुष यात्रियों के लिए जिनकी उम्र 60 वर्ष या उससे अधिक है और महिलाओं के लिए जिनकी उम्र 45 वर्ष या उससे अधिक है, स्वचालित रूप से निचली बर्थ पाने का प्रावधान होता है। यह सुविधा बुकिंग के दौरान बर्थ की उपलब्धता पर निर्भर करती है, लेकिन इसका मकसद यही है कि वरिष्ठ नागरिकों को यात्रा में आराम मिले।

रेलवे ने बर्थ कोटा भी निर्धारित किया है, जिसमें स्लीपर क्लास के प्रत्येक कोच में छह निचली बर्थें वरिष्ठ नागरिकों, 45 वर्ष से ऊपर की महिलाओं, और विकलांग व्यक्तियों के लिए सुरक्षित रखी जाती हैं। इसी तरह AC 3 टियर और AC 2 टियर में प्रति कोच तीन निचली बर्थ का कोटा निश्चित किया गया है, ताकि इन खास श्रेणियों के यात्री आराम से सफर कर सकें।

जहां तक उम्र का प्रमाण देने की बात है, टिकट खरीदते समय आयु प्रमाणपत्र अनिवार्य नहीं है, लेकिन यात्रा के दौरान रेलवे अधिकारी इसे मांग सकते हैं। इसलिए, यात्रियों को अपने साथ आधार कार्ड, पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस या अन्य किसी प्रमाणित दस्तावेज को लेकर चलना चाहिए, जिससे उनकी आयु या जन्मतिथि साबित की जा सके।

रियायतों के बहाल होने की संभावना

वरिष्ठ नागरिकों की ओर से और विभिन्न संगठन इस बात की लगातार मांग कर रहे हैं कि ट्रेन टिकटों पर उम्र आधार रियायतों को पुनः लागू किया जाए। संसद में भी इस मुद्दे पर चर्चा होती रहती है। सूत्र बताते हैं कि सरकार के नीति-निर्माण स्तर पर इस पहल पर विचार-विमर्श शुरू हो चुका है, लेकिन फिलहाल कोई निश्चित तारीख या टाइमलाइन तय नहीं की गई है कि कब ये रियायतें वापस आएंगी।

आधिकारिक जानकारी कहां मिले

यदि आप वरिष्ठ नागरिक हैं या आपके परिवार में कोई ऐसा सदस्य है, जो रेलवे की इन खास सुविधाओं का लाभ लेना चाहता है या रियायतों के बहाल होने से जुड़ी ताजा खबर जानना चाहता है, तो बेहतर होगा कि आप भारतीय रेलवे की वेबसाइट indianrailways.gov.in या IRCTC की आधिकारिक टिकटिंग वेबसाइट irctc.co.in पर नियमित व्यू करें। यहां से आपको आधिकारिक और विश्वसनीय अपडेट मिलेंगे जो किसी भी अफवाह या गलत जानकारी से बचाएंगे।

Author
Pinki Negi
GyanOK में पिंकी नेगी बतौर न्यूज एडिटर कार्यरत हैं। पत्रकारिता में उन्हें 7 वर्षों से भी ज़्यादा का अनुभव है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत साल 2018 में NVSHQ से की थी, जहाँ उन्होंने शुरुआत में एजुकेशन डेस्क संभाला। इस दौरान पत्रकारिता के क्षेत्र में नए-नए अनुभव लेने के बाद अमर उजाला में अपनी सेवाएं दी। बाद में, वे नेशनल ब्यूरो से जुड़ गईं और संसद से लेकर राजनीति और डिफेंस जैसे कई महत्वपूर्ण विषयों पर रिपोर्टिंग की। पिंकी नेगी ने साल 2024 में GyanOK जॉइन किया और तब से GyanOK टीम का हिस्सा हैं।

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