
उत्तर प्रदेश में मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने बिजली बिल बकायादारों के खिलाफ कड़े तेवर दिखाए हैं। अब अगर आपका बिल 50 हज़ार रुपये या उससे ज़्यादा बकाया है, तो आपका कनेक्शन कभी भी कट सकता है। निगम ने साफ़ कर दिया है कि कटे हुए कनेक्शन को चोरी-छिपे जोड़ने का खेल अब पूरी तरह बंद कर दिया जाएगा। निगम ने ऐसे 2.25 लाख उपभोक्ताओं को कार्रवाई के लिए टारगेट किया है, जिनमें सबसे पहले उन पर शिकंजा कसा जाएगा जिन्होंने पिछले 6 महीने से एक भी बिल जमा नहीं किया है।
लखनऊ में बिजली बिल वसूली का सख़्त अभियान शुरू
राजधानी लखनऊ में सोमवार से बकाया बिजली बिलों की वसूली का सख्त अभियान शुरू हो रहा है। कलेक्शन टीमें घर-घर जाकर बिल देंगी और भुगतान की अंतिम चेतावनी देंगी, जिसके बाद तुरंत कनेक्शन काट दिया जाएगा। बिल न चुकाने वाले 1.50 लाख बकायेदारों में अमौसी जोन सबसे आगे है। सबसे सख्त नियम यह है कि बिल चुकता किए बिना कटे हुए कनेक्शन को जोड़ने वाले संविदा कर्मचारी की नौकरी चली जाएगी और 24 घंटे निगरानी रखी जाएगी।
बकाया बिल पर आज से होगी सख़्त कार्रवाई
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम ने 50,000 रुपये से अधिक का बिजली बिल बकाया रखने वाले उपभोक्ताओं के खिलाफ आज से सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। निदेशक (वाणिज्य) योगेश कुमार ने बताया कि अब केवल कलेक्शन टीम ही बिल वसूली का काम करेगी। अमौसी (9,821), जानकीपुरम (2,925), गोमतीनगर (1,576) और लखनऊ मध्य (1,183) जैसे इलाकों में 6 महीने से बिल न भरने वाले उपभोक्ताओं के घर या दुकान पर आज से टीम दस्तक देगी और बिल जमा न करने पर कनेक्शन काट दिया जाएगा।
MVVNL के अंतर्गत आने वाले ज़िले
मध्यांचल विद्युत वितरण निगम (MVVNL) के अधिकार क्षेत्र में उत्तर प्रदेश के कई महत्वपूर्ण जिले शामिल हैं। इन जिलों में लखनऊ, अयोध्या, बरेली, बदायूं, पीलीभीत, शाहजहांपुर, लखीमपुर खीरी, हरदोई, सीतापुर, उन्नाव, बहराइच, श्रावस्ती, बलरामपुर, गोंडा, बाराबंकी, रायबरेली, सुल्तानपुर, अंबेडकरनगर, अमेठी, और छत्रपतिशाहूजी महाराज नगर आते हैं।









