
ठंड का मौसम शुरू होते ही लोग घर के लिए रूम हीटर खरीदना शुरू कर देते हैं। बाज़ार में कई तरह के मॉडल और फीचर होने के कारण, सही हीटर चुनना अक्सर मुश्किल होता है। ज़्यादातर लोग सिर्फ़ साइज़ और कीमत देखकर हीटर खरीद लेते हैं, जिसके कारण बाद में पता चलता है कि वह हीटर कमरे के लिए सही नहीं था और उन्हें पछताना पड़ता है। इसलिए, रूम हीटर खरीदने से पहले कुछ ज़रूरी बातों को जानना बहुत आवश्यक है, ताकि नुकसान से बचा जा सके।
कमरे के साइज़ के हिसाब से चुनें हीटर
रूम हीटर हमेशा कमरे के साइज़ के हिसाब से खरीदना चाहिए। छोटे कमरों के लिए 800 से 1200 वॉट का हीटर अच्छा होता है, जबकि बड़े कमरों के लिए 2000 वॉट या उससे ज़्यादा क्षमता वाला हीटर लेना चाहिए। अगर छोटा हीटर बड़े कमरे में इस्तेमाल करेंगे तो गर्मी नहीं मिलेगी, और ज़्यादा वॉट वाला हीटर अनावश्यक रूप से बिजली की खपत बढ़ा देगा। इसलिए, साइज़ के अनुसार हीटर चुनना सबसे सही होता है।
हीटर खरीदते समय इन सेफ्टी फीचर्स का ध्यान रखें
हीटर से आग लगने या जलने जैसी दुर्घटनाओं के खतरे को देखते हुए, हमेशा सेफ्टी फीचर्स वाले हीटर ही खरीदने चाहिए। जैसे कि ऑटो कट-ऑफ, टिप-ओवर प्रोटेक्शन और कूल टच बॉडी। ये फीचर्स हीटर के गिरने या ज़्यादा गरम होने पर उसे अपने आप बंद कर देते हैं। अगर आपके घर में बच्चे हैं, तो ये सुरक्षा सुविधाएँ और भी ज़रूरी हो जाती हैं।
बिजली बिल बचाने के लिए ऑयल फील्ड हीटर
कई रूम हीटर ज़्यादा बिजली खाते हैं, जिससे हर महीने का बिल बढ़ जाता है। ऐसे में ऑयल फील्ड हीटर एक बेहतर विकल्प हैं, क्योंकि वे कम बिजली में अच्छी गर्मी देते हैं और कमरे की हवा को सूखने भी नहीं देते। यदि आपको रोज़ लंबे समय तक हीटर चलाना है, तो बिजली बिल को नियंत्रित रखने के लिए यह एक अच्छा ऑप्शन हो सकता है।
हीटर से होने वाले सूखेपन से ऐसे बचें
कुछ हीटर कमरे की हवा को ज़्यादा सूखा बना देते हैं, जिससे स्किन, आँखें और गला सूख सकता है, और एलर्जी या अस्थमा की समस्या बढ़ सकती है। इस परेशानी से बचने के लिए ऑयल फील्ड हीटर या ह्यूमिडिफायर वाले मॉडल का उपयोग करें। साथ ही, हीटर चलाते समय कमरे में थोड़ा वेंटिलेशन (हवा आने-जाने की जगह) रखना भी ज़रूरी होता है।
हीटर खरीदते समय सस्तेपन से बचें
महंगे और भरोसेमंद ब्रांड के हीटर खरीदना एक बार का खर्च होता है, जबकि सस्ते ब्रांड के हीटर बार-बार खराब होकर आपका ज़्यादा खर्च कराते हैं। सस्ते हीटर में जल्दी खराबी आने और ओवरहीटिंग का खतरा भी ज्यादा होता है। इसलिए, हीटर हमेशा किसी भरोसेमंद ब्रांड का ही चुनें। साथ ही, ख़रीदते समय हीटर पर कम से कम 1 साल की वारंटी ज़रूर देखें, ताकि खराबी आने पर आपको सर्विस मिल सके।
हीटर खरीदते समय BIS मार्क क्यों देखें?
भारतीय मानक ब्यूरो (BIS) इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों को सुरक्षा मानकों के आधार पर प्रमाणित करता है। इसलिए, रूम हीटर खरीदते समय BIS मार्क ज़रूर चेक करना चाहिए। यह मार्क सुनिश्चित करता है कि हीटर सुरक्षित है और भरोसेमंद है।









