
अक्सर लोग शिकायत करते हैं कि पेट्रोल पंप पर उनके साथ पेट्रोल की मात्रा को लेकर धोखाधड़ी होती है। कर्मचारी कभी-कभी हेराफेरी करके कम पेट्रोल देते हैं। अगर आप अपनी बाइक या गाड़ी में पेट्रोल भरवाते समय एक छोटा सा काम करेंगे, तो पंपकर्मी कभी भी आपके साथ घपला नहीं कर पाएंगे, हमेशा कर्मचारी से कहें कि मीटर की रीडिंग ‘ज़ीरो’ (0.00) से शुरू करे। इसके अलावा ₹100, ₹200 या ₹500 जैसी गोल रकम के बजाय, आप ₹110 या ₹210 जैसी थोड़ी अलग रकम का पेट्रोल भरवाएँ, जिससे मैनुअल सेटिंग करके की जाने वाली धोखाधड़ी की संभावना काफी कम हो जाती है।
तेल की शुद्धता कैसे जांचे ?
पेट्रोल पंप पर जब भी आप तेल भरवाएँ, तो मीटर में शून्य देखने के साथ-साथ डेंसिटी (घनत्व) भी ज़रूर जाँच लें। डेंसिटी यह बताती है कि आपको मिलने वाला पेट्रोल या डीज़ल कितना शुद्ध है और उसमें कोई मिलावट तो नहीं है। साधारण शब्दों में, डेंसिटी का मतलब है कि एक निश्चित मात्रा (वॉल्यूम) में तेल का भार कितना है। पेट्रोल की डेंसिटी आमतौर पर लगभग $720$ से $775$ किलोग्राम प्रति घन मीटर ($\text{kg/m}^3$
तेल लेने समय मीटर पर 0.00 देखें
पेट्रोल या डीज़ल लेते समय, मीटर को 0.00 से शुरू होते हुए देखना ज़रूरी है। इसके साथ ही, यह भी जांच लें कि शून्य के बाद वाला पहला अंक (जैसे 0.01, 0.02, 0.03, 0.04) हमेशा 5 से कम होना चाहिए। यदि मीटर अचानक 0 से सीधा 10 या 15 पर चला जाता है, तो यह मशीन में किसी छेड़छाड़ का संकेत हो सकता है, जिस पर आपको तुरंत ध्यान देना चाहिए।
पेट्रोल पंप की शिकायत के लिए टोल-फ्री नंबर
पेट्रोल पंप पर किसी भी परेशानी या गड़बड़ी की शिकायत करने के लिए आप नीचे दिए गए टोल-फ्री नंबरों पर कॉल कर सकते हैं। यह बहुत ही सरल तरीका है। अगर आपके साथ इंडियन पेट्रोलियम (Indian Petroleum) के पंप पर कोई घटना होती है, तो 1800-22-4344 पर शिकायत करें। इसी तरह, एचपी (HP) और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन (Indian Oil Corporation) दोनों के पेट्रोल पंप की शिकायत के लिए आप 1800-2333-555 पर कॉल कर सकते हैं।









