
अब आपको केसर (Saffron) उगाने के लिए कश्मीर जाने की जरूरत नहीं है। ठंड के मौसम में आप अपने घर की बालकनी या छत पर भी यह महंगी फसल आसानी से उगा सकते हैं। इसके लिए खेत या बड़ी ज़मीन की आवश्यकता नहीं है, बस सही ठंडी जलवायु और गमले या कंटेनर में उगाने का सही तरीका अपनाकर, आप भी शुद्ध और सुगंधित केसर अपने घर में तैयार कर सकते हैं।
केसर की खेती का सही समय
केसर की सफल खेती के लिए 10 से 20 डिग्री सेल्सियस का तापमान सबसे अच्छा होता है, जो आमतौर पर सर्दियों में रहता है। विशेषज्ञों का कहना है कि केसर के बल्ब (कॉर्म) लगाने के लिए अक्टूबर से नवंबर का महीना सबसे सही है। इस समय आप इसे गमले, कंटेनर या ग्रो बैग में आसानी से लगा सकते हैं।
केसर के पौधे लगाने की आसान विधि
केसर के पौधे के लिए हल्की और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी की आवश्यकता होती है। इसके लिए आप बागवानी मिट्टी, वर्मीकम्पोस्ट और बालू (रेत) को मिलाकर एक बढ़िया मिश्रण तैयार कर सकते हैं जो पौधे को नमी के साथ-साथ पोषण भी देगा। ध्यान रखें कि कंटेनर (गमले) में ड्रेनेज होल (पानी निकलने का छेद) जरूर हो ताकि अतिरिक्त पानी जमा न हो और बल्ब सड़े नहीं।
केसर के बल्ब को करीब 2 इंच गहराई में, नुकीला सिरा ऊपर करके लगाएं, और बल्बों के बीच थोड़ी जगह छोड़ दें। लगाने के बाद हल्का पानी दें और गमले को ऐसी जगह रखें जहाँ सुबह की हल्की धूप आती हो। सबसे ज़रूरी बात यह है कि मिट्टी पूरी तरह सूखने पर ही पानी दें, क्योंकि अधिक नमी बल्ब को सड़ा सकती है।
हर सुबह 2 से 3 घंटे की हल्की धूप दें
केसर के पौधे ठंडे और सूखे मौसम में सबसे अच्छी तरह से बढ़ते हैं। इसकी अच्छी पैदावार के लिए, पौधे को ऐसी जगह रखें जहाँ तेज, सीधी धूप न पड़े और हवा का उचित बहाव हो। बहुत अधिक नमी (आर्द्रता) केसर के फूलों की वृद्धि को रोक सकती है। पानी देने की बात करें तो, सर्दियों के मौसम में सप्ताह में लगभग दो बार पानी देना पर्याप्त होता है। हालाँकि, विशेषज्ञों के अनुसार, सुबह के समय की 2 से 3 घंटे की हल्की धूप केसर के फूलों के रंग को और भी बेहतर बनाने में मदद करती है।
शुद्ध केसर को सुरक्षित कैसे रखे ?
सूख जाने के बाद केसर को खुशबू और रंग बनाए रखने के लिए एक कांच की डिब्बी में सुरक्षित रखें। घर में उगाया गया यह केसर बाज़ार के मुकाबले कहीं ज़्यादा शुद्ध और प्राकृतिक होता है। आप इसका उपयोग दूध, मिठाई बनाने या पूजा-पाठ में कर सकते हैं। थोड़ी-सी मेहनत करके, आप इस ठंड के मौसम में कश्मीर की इस अनमोल सुगंध को अपने घर में ला सकते हैं।








