
भारत में तेजी से बदलते मोबिलिटी ट्रेंड ने इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) के मार्केट को नई दिशा दी है। अब सिर्फ व्यक्तिगत उपयोग ही नहीं, बल्कि ई-बाइक रेंटल बिजनेस के रूप में भी यह सेक्टर लाखों रुपए की कमाई का जरिया बन गया है। अगर आप कम इन्वेस्टमेंट में एक स्केलेबल बिजनेस शुरू करना चाहते हैं, तो ई-बाइक रेंटल मॉडल आपके लिए बढ़िया विकल्प साबित हो सकता है।
क्यों बढ़ रही है ई-बाइक रेंटल की डिमांड?
देश के मेगा सिटीज़ और टूरिस्ट हब्स में ट्रैफिक और फ्यूल की बढ़ती कीमतों ने लोगों को इलेक्ट्रिक विकल्पों की ओर मोड़ दिया है। युवा वर्ग और ऑफिस कम्यूटर्स अब आसानी से चलने वाली और किफायती रेंटल ई-बाइक्स चुन रहे हैं।
साथ ही, पर्यावरण के प्रति बढ़ती जागरूकता और सरकारी सब्सिडी ने इस क्षेत्र की ग्रोथ को और तेज कर दिया है।
कहां से शुरू करें बिजनेस?
ई-बाइक रेंटल बिजनेस ज्यादा ट्रैफिक और फुटफॉल वाले इलाकों में सबसे अच्छा चलता है।
आप इसे निम्नलिखित जगहों पर शुरू कर सकते हैं:
- मेन मार्केट या कमर्शियल एरिया
- ऑफिस पार्क या कॉर्पोरेट ज़ोन
- कॉलेज या यूनिवर्सिटी कैंपस
- टूरिस्ट स्पॉट या रेलवे स्टेशन के पास
बस आपको एक छोटा स्पेस और चार्जिंग सेटअप की जरूरत होगी।
शुरुआती इन्वेस्टमेंट का अनुमान
इस बिजनेस में शुरुआत के लिए लगभग 9 से 10 लाख रुपए का खर्च आ सकता है।
मुख्य खर्च इस प्रकार होंगे:
| मद | अनुमानित लागत |
|---|---|
| 10 ई-बाइक या ई-स्कूटर (55,000 प्रति यूनिट) | ₹5,50,000 |
| चार्जिंग स्टेशन सेटअप | ₹1,00,000 |
| जगह किराया | ₹90,000 |
| ब्रांडिंग और मार्केटिंग | ₹50,000 |
| इंश्योरेंस और लाइसेंस | ₹60,000 |
| हेलमेट और एक्सेसरीज़ | ₹30,000 |
| अन्य खर्चे | ₹50,000 |
| कुल लागत | ₹8.8–9 लाख |
यदि आपके पास पूरी राशि नहीं है, तो सरकार की प्रधानमंत्री मुद्रा योजना (PMMY) आपके लिए मददगार साबित हो सकती है।
कितनी होगी कमाई?
अगर आप 10 ई-बाइक्स संचालित करते हैं और प्रति बाइक औसतन 500 रुपए की डेली बुकिंग होती है, तो आपका टर्नओवर इस तरह बनेगा:
- रोजाना कुल इनकम: ₹5,000 × 30 दिन = ₹1,50,000
- वीकेंड और सीजनल बुकिंग से अतिरिक्त ₹40,000–₹50,000
- चार्जिंग स्टेशन सर्विस से ₹15,000–₹20,000
- कुल मासिक इनकम: लगभग ₹2–2.2 लाख
अब खर्च घटाने पर:
- बिजली और चार्जिंग: ₹30,000–₹35,000
- मेंटेनेंस व वेतन: ₹40,000–₹45,000
- मार्केटिंग और ऑपरेशन: ₹10,000–₹15,000
कुल नेट प्रॉफिट: लगभग ₹1,00,000 प्रति माह तक।
पीएम मुद्रा योजना से लोन कैसे लें?
अगर आपके पास शुरुआती पूंजी नहीं है, तो प्रधानमंत्री मुद्रा योजना आपके लिए बेहतर विकल्प है।
इसके तहत 10 लाख रुपए तक का बिजनेस लोन बिना गारंटी मिल सकता है।
लोन लेने की प्रक्रिया:
- mudra.org.in वेबसाइट से आवेदन फॉर्म डाउनलोड करें।
- आवश्यक दस्तावेज लगाएं — आधार कार्ड, फोटो, पता और बैंक विवरण।
- फॉर्म किसी सरकारी या प्राइवेट बैंक में जमा करें।
- बैंक वैरिफिकेशन के बाद राशि आपके खाते या मुद्रा कार्ड के माध्यम से जारी की जाती है।
ब्याज दर 10% से 12% के बीच रहती है और आवेदन पर कोई प्रोसेसिंग फीस नहीं लगती।
फायदे क्यों हैं इस बिजनेस में?
- Recurring income model: हर दिन किराए के रूप में नियमित कमाई।
- कम मेंटेनेंस: EVs को पेट्रोल वाहनों की तुलना में बहुत कम रखरखाव चाहिए।
- थोड़ी जगह में ऑपरेशन: 1000–1500 वर्गफुट में आराम से चार्जिंग और स्टोरेज सेटअप हो सकता है।
- सरकारी प्रोत्साहन: EV बिजनेस पर सब्सिडी और टैक्स बेनिफिट भी उपलब्ध हैं।
शुरुआती दौर में ध्यान रखने योग्य बातें
- भरोसेमंद और सर्विस-सपोर्ट वाली कंपनी से ई-बाइक खरीदें।
- GPS ट्रैकिंग और डिजिटल पेमेंट वाले रेंटल ऐप का प्रयोग करें।
- हर राइडर से KYC लेकर किराये की सुरक्षा बढ़ाएँ।
- वीकेंड या सीजन में प्रमोशनल ऑफर चलाएँ ताकि बुकिंग बढ़े।








